अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
6.10.12
प्यार-मोहब्बत दुनिया वालो, बेमतलब बेमानी है
तू दीवाना जिसका है वो और किसी की दीवानी है
मीरा भी तो दीवानी थी, पागल थी कान्हा के पीछे
लेकिन कान्हा ने मीरा की व्यथा कहां पहचानी है
-कुंवर प्रीतम
6-10-2012
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