अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
12.11.12
जिज्ञासा(JIGYASA) : शवासन
जिज्ञासा(JIGYASA) : शवासन: शवासन में अपने शरीर को ढीला छोड़कर लेट जाते हैं और साक्षी भाव से शरीर, इंद्रियों, सांस, मन को देखते हैं कि शरीर शव की तरह बेजान पड़ा है. शवा...
* जिस वक्त मुझे लोग थे मुर्दा समझ रहे ,
ReplyDeleteउस वक़्त शवासन के पोज़ में मैं पड़ा था |