छत्तीसगढ़ के कोरबा में रहने वाले पत्रकार और अमर संवाद पत्रिका के प्रधान सम्पादक अमरनाथ अग्रवाल को अजाक थाने की पुलिस ने शुक्रवार जमीन दलाली के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया है ! अमरनाथ अगरवाल खुद को आर टी आई कार्यकर्ता भी बताता है ! अमरनाथ अगरवाल के काम का लेखा जोखा तो काफी बड़ा है लेकिन पत्रकारिता की आड़ में उनका मूल काम जमीन की दलाली और सूचना के अधिकार के तहत लोगो को ब्लेकमेलिंग करना है ! जनाब अब सलाखों के पीछे है ! जनाब ने बेलगिरी बस्ती के पास एक जमीन पर बलात कब्ज़ा किया था जिसपर जांच के बाद कारवाही की गई है ! पत्रकार महोदय सियासी जमात के बीच खुद को भाजपा नेता भी बताते है ! सूबे के कई सियासत दारों से रिश्तेदारी का हवाला देने वाले नेता जी,पत्रकार महोदय,आर टी आई कार्यकर्ता को अब पुलिस की मेहमाननवाजी से वास्तासदस्यों पड़ा है ! जनाब ने कोरबा प्रेस क्लब से अध्यक्ष पद की दावेदारी भी की थी ! लाखो रुपये खर्च करने के बाद 128 सदस्यों में से केवल 6 सदस्यों ने ही वोट दिया था ! जरा सोचिये जनाब कितने लोकप्रिय है !
सवाल हल्के क्यों हो जाते हैं ......ये तो ज्यादा बड़े सवाल हैं....जो पूछे जाने चाहिए ....जो सबसे सवाल पूछते हैं , जो सबको सवालों के घेरे में रखते हैं , जो नैतिकता और सरोकार की सबसे ऊंची कुर्सी पर बैठकर परोपदेशे पाण्डित्यं की मुद्रा में होते हैं , उनसे क्यों नहीं सवाल पूछे जाने चाहिए ......और अगर आप भी इतनी ही मजबूर हैं तो कहिए कि जब तक मजबूरियों के इम्तेहान से आप गुजरे नहीं थे , तभी तक सरोकारी थे....और ...
ReplyDeleteजगजीत सिंह की एक गज़ल है...
ReplyDeleteदेखा जो आइना तो मुझे सोचना पड़ा,
खुद से न मिल सका तो मुझे सोचना पड़ा...