भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
30.7.13
reenakari: साथी चेहरा जो कोई ओझल हो गया ओड़ कर ओड...
reenakari:
साथी
चेहरा जो कोई ओझल हो गया ओड़ कर ओड...
: साथी चेहरा जो कोई ओझल हो गया ओड़ कर ओडनी उसका साथी भी सो गया निर्जीव सा रहा वो जीवधारियों में एक के बाद...
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