होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
न होने पर देख, कितना मुनाफा ही मुनाफा है..!
न होने पर देख, कितना मुनाफा ही मुनाफा है..!
इजाफा = बढ़ोत्तरी; मुनाफा = फायदा
१.
१.
है मुस्कान गर होना, क्या रोना है, ना होना ?
न समझा मैं, समझे ना वो,अजूबा ही अजूबा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
न समझा मैं, समझे ना वो,अजूबा ही अजूबा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
अजूबा = अचरज;
२.
क्या पाया, क्या खोया, पी कर बेबसी हूँ जिंदा..!
सँवरता, बिगड़ता यहाँ, नसीबा ही नसीबा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
२.
क्या पाया, क्या खोया, पी कर बेबसी हूँ जिंदा..!
सँवरता, बिगड़ता यहाँ, नसीबा ही नसीबा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
बेबसी = लाचारी;
३.
हाल वफ़ा का ऐसा कि, जिंदगी ख़फ़ा हो गई..!
न होने पर समझा कि, ये वज़ीफ़ा ही वज़ीफ़ा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
३.
हाल वफ़ा का ऐसा कि, जिंदगी ख़फ़ा हो गई..!
न होने पर समझा कि, ये वज़ीफ़ा ही वज़ीफ़ा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
वज़ीफ़ा = उपकार,अनुदान;
४.
टूटते सितारे देख, क्या मांगु रब तुम से ?
जब होना न होना, सिर्फ लतीफ़ा ही लतीफ़ा है..!
होने पर मेरे, दर्द में, इजाफा ही इजाफा है..!
लतीफ़ा = चुटकुला, मज़ाक;
मार्कण्ड दवे ।
दिनाकः २९-०४-२०१४.
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