उपरोक्त शब्द वरिष्ठ किसान नेता व उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धीरेन्द्र सिंह ने किसान संगठनों के आहावान पर कस्बा रबूपुरा में कोतवाली के सामने किसानों की पंचायत में कहे। धीरेन्द्र सिंह ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि ’’आज देश में प्याज के बढे हुए दामों पर भारत सरकार के वित्त मंत्री दिन में चार-चार बार मीडिया के समक्ष बयान दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने कभी भी किसान द्वारा कडी मशक्कत के बाद पैदा की गयी फसलों के समर्थन मूल्य को घोषित करने में इतनी दिलचस्पी नही दिखाई।
बढी हुई प्याज की कीमत किसान की जेब में तो गयी नही, बल्कि मुनाफाखोरों ने कुंडली मारकर, किसान की मेहनत और पसीना को अपनी जेब में डाला है। अभी कुछ दिन पूर्व देश में किसान का आलू खेतों में पडा सड गया अथवा एक से दो रूपये किलो बिका, उस वक्त किसान की दुर्दशा पर सरकार का कोई बयान न आना अथवा किसान के उत्पादन की खपत के लिए कोई योजना न बनाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा। पिछली धान की फसल के समय किसान की उत्पादन लागत भी नही निकल पायी, उस पर रबी की फसल में मौसम की मार ने किसान को आत्महत्या करने पर विवश किया, उस वक्त भी भारत सरकार के वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं पर, आज की तरह मीडिया को त्वरित सफाई देने की आवश्यकता क्यो महसूस नही की? स्पष्ट है कि केन्द्र की सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नही है। किसानों की अनदेखी के लिए सरकार के खिलाफ जनआंदोलन चलाया जायेगा और जरूरत पडी तो संसद को घेरने में भी किसान पीछे नही रहेंगे।’’
आज की किसान पंचायत में उत्तर प्रदेश में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था पर भी काफी आक्रोश नजर आया। पंचायत में सर्वसम्मति से तय किया गया कि किसान दिनांक 07 सितम्बर 2015 को नोएडा से दिल्ली सीमा तक पैदल मार्च कर, मोदी सरकार को जगाने का काम करेंगे। विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ सैंकडों किसानों ने इस पंचायत में भाग लिया। पंचायत की अध्यक्षता किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष चौधरी अमरपाल सिंह ने की तथा संचालन चन्द्रपाल सिंह नेता जी ने किया तथा हरिबाबा, चन्द्रपाल नेता जी, निरंजन सिंह व चन्द्रभान मलिक आदि ने भी पंचायत के समक्ष अपने विचार रखे तथा पंचायत में शामिल प्रमुख लोगों में श्री विजेन्द्र प्रधान, जाकिर प्रधान, हमीर सिंह, राकेश भाटी, रवि प्रधान, राजेन्द्र सिंह, प्रमोद कुमार, रामेश्वर दयाल, हरेन्द्र सिंह, दिनेश तोमर, सोहनपाल सिंह, प्रेमपाल सिंह, मोहन सिंह, हरपाल सिंह, दानवीर सिंह, नत्थी सिंह, जगदीश, प्रमोद मलिक, गिर्राज शर्मा, अमन ठाकुर, गुलाम नवी, अरविन्द कुमार, राजाराम शर्मा, प्रदीप शर्मा दस्तमपुर, वीरपाल मेम्बर, भीमपाल सिंह, हीरा भाटी बी.डी.सी, हंसराज शर्मा, निरंजन सिंह, राममूर्ति, मौज्जम खांन, नसरू ठेकेदार, एदल सिंह, सुरेशचंद शर्मा, चिकन सिंह, योगेन्द्र सिंह व अमित कौशिक आदि लोग उपस्थित रहे।
Minimum support price (MSP) has tested maximum patience said Dhirendra singh in kisan panchayat held at Town Rabupura of Uttar Pradesh. On the issue of shooting onion prices , finance minister appraised media four times in a day but other produces of farmers have completely been ignored. Since there was hoarders involved in onion and there was massive reaction in society due to excesses of black marketers , finance minister had to clarify but unsold potatoes sold for meagre re1/2 completely ignored.
Farmer's pain on low prices of vegetables and crop is completely ignored and nobody in government chose to speak about farmers plight. Previous Paddy crop didnot cover even cost of produce for farmers and top of it failed rabi crop has added to misery of farmers. Farmers committing suicide due to failed crops, mounting debts has been completely ignored by government. Nobody bothered to show some ray of hope to original Make in india contributors.. To push for better support on msp and crop failures , farmers of noida and sorrounding areas will march towards delhi on 7th sep and make their voices heard
प्रेस विज्ञप्ति
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