14.7.16

रवीश और रोहित के नाम चार दिन के पत्रकार का खत

आदरणीय,

रवीश कुमार जी और रोहित सरदाना जी,

आज पहली बार आप दोनों का खत पढ़ा अच्छा लगा. आप दोनों की बातों से बहुत
जानकारीयां भी मिली. लेकिन इस जानकारी से इतर एक ऐसा भी दृष्टिकोण मिला
जिसमें एक पत्रकार दूसरे पत्रकार से सवाल कर रहा था. और उसी दृष्टिकोण से
इस चार दिन के पत्रकार का दो वरिष्ठ पत्रकारों से कुछ सवाल है. हालांकि
मुझे यह नहीं पता कि मेरा यह खत आप दोनों तक पहुंचेगा भी या नहीं, लेकिन
फिर भी मुझे आप दोनों के जवाब का इंतजार रहेगा.


मुद्दे पर आते हैं....हम पत्रकार दुनिया को सही करने का बीड़ा तो उठाते
हैं लेकिन उस खामी का क्या जो हमारे खुद के इंडस्ट्री के रग-रग में बसा
हुआ है. मेरा सवाल उन तमाम न्यूकमर्स को लेकर है, जिनके साथ यहां किसी
बंधुआ मजदूरों से कम व्यवहार नहीं होता.

इंटर्नशिप के नाम पर नौ-नौ, दस-दस घंटे काम लिया जाता है. वीकली ऑफ की
बात छोड़िए वो तो महीने में कभी कभार एकाद दिऩ मिल जाती है. ठीक है बंदे
को सीखना होता है, तो वह हर वो मुश्किल झेलता रहता है और इंटर्नशिप पूरी
भी करता है. लेकिन उसके बाद क्या ज्यादातर तो जॉब तलाशते-तलाशते इस
इंडस्ट्री को ही अल्विदा कह देते हैं. क्योंकि इस इंटस्ट्री में टैलेंट
से ज्यादा रिफरेंस जो चलता है.

ये रिफरेंस वाली बात तो मैंने खुद झेली है. जब मैं ट्रेनी के तौर पर काम
तलाश रहा था. उस दौरान लगभग 10 में से 7 चैनलों में तो रिफरेंस मांगा ही
गया. बिना रिफरेंस के जॉब तो क्या इंटर्व्यू तक भी नहीं पहुंच सका. और
मुझ जैसों का तो इस इंडस्ट्री में कोई जानने पहचानने वाला भी नहीं है.
हांलाकि इन सभी मुश्किलों के बीच हमने भी पत्रकारिता के इस दुनियां में
अपने लिए नौकरी ढंढ ही ली. जहां फिलहाल मैं काम कर रहा हूं.  लेकिन सवाल
तो हैं ही...

सवाल ये है कि क्या आप लोग अपने स्तर पर न्यूकमर्स के लिए कुछ कर रहे
हैं?. सवाल ये भी है कि इस इंडस्ट्री में रिफरेंस को तरजीह क्यूं दिया
जाता है? सवाल यह भी है कि इंडस्ट्री में इंटर्नस् के साथ बंधुआ मजदूरों
के जैसे काम क्यूं लिया जाता है ? जॉब ओपनिंग के बारे में पब्लिक्ली
क्यूं नहीं बताया जाता है? पत्रकारिता में बेसिक सैलरी को लेकर कोई
नियम-कानून क्यूं नहीं तय किया जाता है?

ऐसे तमाम सवाल हैं जिनकी ओर आप जैसे बड़े पत्रकारों को ध्यान देने और
सुधारने की जरुरत है. जिससे उभरते पत्रकार को ऐसा महसूस न हो कि इस
इंडस्ट्री में कदम रख के उसने  कुछ गलत किया.

उम्मीद करता हूं कि आप लोग मेरे इस सवाल का जवाब जरुर देंगे और इन तमाम
त्रुटियों को सुधारने की कोशिश करेंगे.

धन्यवाद !
आपका अदना सा चार दिन का पत्रकार
रविचंद्र कुशवाहा
7055121129 / 9792705028

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