देहरादून । जलवायु परिवर्तन एक विश्व व्यापी समस्या है और इसका प्रभाव देश के संवेदनशील क्षेत्रों पर भी पड रहा है। जलवायु परिवर्तन की जानकरी जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। यह बात मीडिया के लिए आयोजित एक वर्कशाप में मुख्य वन संरक्षक ' पर्यावरण/नोडल अधिकारी जलवायु परिवर्तन आर एन झा ने कही। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की समस्या पिछले 40-50 साल से रही है लेकिन हाल के वर्षो में बडी तेजी से बढी है। जानकरी के आभाव में मीडिया खासकर न्यूज चैनल जनता के सम्मुख भ्रामक तस्वीर पेश करते हैं। अब ऐसे में मीडिया का रोल अहम हो जाता है।
दिल्ली से आये विज्ञान लेखक देवेन्द्र मेवाडी ने जलवायु परिवर्तन पर मीडिया की भूमिका पर चर्चा करते हुए वातावरण पर पडने वाले प्रतिकूल प्रभावों से आगाह करने में मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से ही एक ही समय में कहीं गर्मी पडती है तो कहीं सर्दी। दिसंबर में चेन्नई में बाढ आ जाती है तो शेष भारत में एक बूंद भी बारिश नहीं होती। अमर उजाला के रजा शास्त्री ने कहा कि यह जलवायु परिवर्तन का नतीजा है कि हाथी की चार प्रजातियां लुप्त हो गईं। वर्कशाप में नीलम रावत व अनु जाँन ने मीडिया को महत्वपूर्ण जानकारी दी। वर्कशाप का संचालन वरिष्ठ पत्रकार सुभाष झा ने किया।
अरुण श्रीवास्तव
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