रजिस्टर में कई मीडिया कर्मियों के नाम अवैध खनन के हिस्सेदारी के है सबूत
बलरामपुर। अवैध खनन को लेकर जहां कोर्ट ने कई जनपदों में सीबीआई द्वारा छापेमारी कर साक्ष्य को ढूढ़ने में लगी है वहीं दूसरी तरफ बलरामपुर जनपद में सीबीआई की गाज गिरने की प्रबल उम्मीद सूत्रों द्वारा बतायी जा रही है। वहीं खनन विभाग व राजनेताओं की मिलीभगत से अवैध खनन करने का जो सिलसिला जारी रहा, उसमें मीडिया भी अछूती नहीं। वहीं सूत्रों की मानें तो कुछ मीडिया मठाधीश और राजनेताओं के रजिस्टर भी बनाये गये थे। जो तयशुदा धनराशि हर महीने पहुंचायी जाती थी। उसी रजिस्टर पर पट्टे संबंधित ब्यौरा भी दर्ज किये जाते थे, अगर सीबीआई ने संबंधित कागजात के साथ वो रजिस्टर पर अपने कब्जे में लिया तो कई नेताओं व मीडिया दिग्गजों के नाम भी सामने आ सकते है।
बताते चले कि बलरामपुर जहां हिमालय की तलहटी में बसा होने के कारण खनिज पदार्थों की अपार संपदा का भंडारण है जिससे अवैध खनन का कारोबार युद्धस्तर पर होता आ रहा है। कोर्ट के दिशा निर्देशानुसार सीबीआई के जांच के दौरान अवैध खननों पर विराम लगा है। वहीं दूसरी तरफ सीबीआई के जनपद आगमन की चर्चाएं जोरों पर है। सूत्रों की मानें तो खनन विभाग द्वारा अवैध खनन को अंजाम देने के लिए एक रजिस्टर भी बना रखा है जिसमें राजनेताओं से लेकर दिग्गज मीडिया कर्मियों के भी नाम होने की प्रबल संभावनाएं व्यक्त की जा सकती है।
इनके संरक्षण में अवैध खननों का कारोबार युद्ध स्तर पर जारी है उसमें वन विभाग पुलिस विभाग व अन्य विभागों के भी दायित्वों के बारे में सवाल उठते नजर आ रहे है। जबकि अवैध खनन का कारोबार राजनेताओं, मीडिया कर्मियों व पुलिस की मिलीभगत से रातों दिन जनपद में संचालित रहा है। क्या सीबीआई इन हिस्सेदारों को भी बेनकाब करेगी, अगर बेनकाब करेगी, तभी जनपद में हो रहे अवैध खनन पर लगाम लग सकता है अन्यथा ये अवैध खनन हमेशा की तरह खुलेआम जारी रहेगी। ऐसा लोगों का कहना है लोगों ने इस प्रकरण में सीबीआई से निष्पक्ष जांच करने की मांग भी किया है जिससे नेताओं व मीडिया मठाधीशों, पुलिस की सहभागिता भी उजागर हो सके।
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