अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
30.11.16
भास्कर समूह ये कैसी पत्रकारिता कर रहा...
दैनिक भास्कर अखबार का प्रबंधन अपने अखबार का किस कदर दुरुपयोग कर पाठकों के साथ छल कर रहा है, इसका प्रमाण अखबार में छपी ये कुछ खबरें और विज्ञापन हैं... इसे पेड न्यूज कहा जाए या रेवेन्यू के लिए चरम पतन...
बहुत ही बढ़िया आर्टिकल है ... Thanks for this article!! :) :)
ReplyDeleteGood
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