ये पत्रकार लोग लगता है पढ़े लिखे नहीं बल्कि जाहिल-गंवार हैं. कहीं ये चाटुकारिता के दम पर तो पत्रकारिता नहीं कर रहे हैं? ये अपने आपको भारतीय कहते हैं लेकिन इनको ये तमीज नहीं कि भारत का झंडा कैसा है पर ये अपने आपको देशभक्त कहते रहते हैं.
ध्यान से देखिये. ये पत्रिका में छपी फोटो है. इसमें साफ दिख रहा है कि भारत का झंडा उल्टा है. पत्रिका के मार्केटिंग डिपार्टमेंट वाले भी आंख के अंधे हैं. ब्रांड डिपार्टमेंट वाले भी एकदम गधे जान पड़ते हैं. आखिर किसी को यह क्यों नहीं दिखा की झंडा उल्टा छपा है.
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