रोज की तरह देवी प्रसाद मिश्र किसी नयी कविता, कहानी या फिल्म की परिकल्पना करते हुए कौशाम्बी स्थित अपने स्टूडियो से लौट रहे थे तो edm के आगे फुटपाथ से अपने घर की तरफ ही पहुंचे थे कि ठीक उनके बगल में डीटीसी की हरे रंग की DL1PC 1083 आके खड़ी हो गयी।
थोड़ा आगे चलकर टाटा मोटर्स के पास DL1PC 1083 के कंडक्टर फुटपाथ और सड़क के बीच में पेशाब करने लगा। इस पर देवी प्रसाद मिश्र ने आपत्ति की तो उसने माँ बहन की गाली देते हुए कहा कि मैं तुझे देख लेता हूँ। देवी उसके इस रवैए से आशंकित होकर फुटपाथ पर तेज़ तेज़ चलने लगे लेकिन dtc बस उनके सामानांतर चलने लगी।
कुछ 5-7 मीटर की दूरी पर जब बस रेड लाइट पर रुकी तो कंडक्टर ने उतरकर देवी पर हमला कर दिया। उस कंडक्टर के साथ उसका ड्राइवर भी शामिल हो गया और फिर एक और आदमी जो वहां खड़ी किसी dtc की बस का संभवता मुलाज़िम था। हिंसा की वारदात करने के बाद हरी बत्ती होने पर इन्होंने जाते हुए देवी से कहा कि आज तू सड़क पर होता तो तुझे कुचलकर जाते। इस शर्मनाक घटना की रिपोर्ट गाजीपुर थाने में दर्ज करायी है।
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