यूपी के एक जिले में अमर उजाला के जिला प्रभारी दलित समुदाय के हैं. जिले में अपने पैर जमाने के बाद इन महोदय ने पिछले दिनों विभिन्न संस्थानों के दलित पत्रकारों के साथ गोपनीय मीटिंग की. सभी को अहसास कराया कि हम सब एक हैं और सवर्ण पत्रकारों से डरने की जरूरत नहीं है.
इस मीटिंग में शराब भी परोसी गई. इसके कुछ दिन बाद मतलब 26 मई की रात शहर के उद्यमियों ने आईआईए का 34वां स्थापना दिवस मनाया. इसमें पत्रकारों को आमंत्रित किया गया. यहां फिर प्रभारी महोदय अपने विशेष ग्रुप के साथ बैठ कर शराब पीने लगे. नशे की हालत में हिंदुस्तान समाचार के रिपोर्टर ने चिल्ला कर कहना शुरू कर दिया कि हम दोनों दलित हैं भाई भाई हैं सबको देख लेंगे...
इतना ही नहीं, एक सीनियर रिपोर्टर के साथ दोनों ने अभद्रता भी की. माहौल इतना खराब हो गया कि उद्यमियों ने हाथ जोड़ कर निकल जाने को कहा है. भेद खुलने पर हिंदुस्तान के इंचार्ज ने अपने रिपोर्टर को नोटिस दिया है. साथ ही कमाऊ बीट प्राधिकरण भी छीन ली है. पिछले दो दिन से यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.
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