गाजीपुर। हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को पत्रकार प्रेस परिषद के तत्वाधान में एक संगोष्ठी का आयोजन जिला मुख्यालय स्थित कैंप कार्यालय पर किया गया। संगोष्ठी में जनपद के विभिन्न अंचलों से आए पत्रकारों ने 'पत्रकारिता के अतीत, वर्तमान एवं चुनौतियों' पर प्रकाश डाला। गाजीपुर के वरिष्ठ पत्रकार मनीष मिश्र ने पत्रकारिता के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कर्तव्य एवं कठिनाइयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पत्रकार को अध्ययनप्रिय एवं कर्तव्यनिष्ठ होना जरूरी है।
श्रीराम राय 'कमलेश' ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 30 मई 1826 के दिन उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी अधिवक्ता पत्रकार जुगल किशोर शुक्ल ने 'उदंत मार्तंड' नामक पहला हिंदी अखबार निकाला, जो हिंदी पत्रकारिता में मील का पत्थर साबित हुआ। उसी याद में हम पत्रकारिता दिवस मनाते हैं। पत्रकार रविंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता दिवस हम सबके संकल्प लेने का दिन है। पत्रकार केवल सूचनाएं साझा करने तक अपने को सीमित न रखते हुए खोजी पत्रकारिता करें।
पत्रकारों की समस्याओं एवं पत्रकार प्रेस परिषद के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए जिलाध्यक्ष कृपा कृष्ण "केके" ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि पत्रकार प्रेस परिषद के 140 से अधिक सदस्य दिन-रात एक कर पत्रकारिता के कार्य में समर्पण भाव से लगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि गाजीपुर का पत्रकारिता में अमूल्य योगदान रहा है। संगोष्ठी में प्रमुख रूप से केएन शर्मा, आशुतोष पांडेय, अभिनेंद्र श्रीवास्तव, आर एन राय, आसिफ अंसारी, विपिन यादव, हसीन अंसारी, आरिफ वारसी, सोनू तिवारी, दिनेश कश्यप, महताब आलम, संजीव कुमार, शिवकुमार आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मनीष मिश्रा, अध्यक्षता श्रीराम राय "कमलेश" ने किया, जबकि अतिथियों का आभार जिलाध्यक्ष कृपा कृष्ण केके" ने जताया।
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