बिहार के सीवान सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में खून नहीं के बराबर है। इसको लेकर सीवान के ब्लड डोनर और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर मुहिम भी छेड़ी है। इसी के तहत दिल्ली स्थित आजतक न्यूज चैनल के सीनियर पत्रकार दीपक कुमार ने भी चिंता जाहिर की है। दीपक कुमार ने अपने आॅफिशियल फेसबुक पेज पर लिखा—
स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey जी के गृह जिला सीवान का सदर अस्पताल सड़ चुका है। इस अस्पताल में हमेशा कोई न कोई कमी ही रहती है। कभी एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी तो कभी ब्लड की कमी..टोंटी में पानी तक की किल्लत रहती है।
दीपक आगे लिखते हैं— पता नहीं, नेताओं और अधिकारियों की अस्पताल में औचक जांच किस बात की होती है..नई जनप्रतिनिधि के सामने अस्पताल की बिगड़ी हालत सही करना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को टैग भी किया।
क्या है मामला
दरअसल, बीते कुछ दिनों से अस्पताल में ब्लड बैंक में खून की कमी है। वहीं इस कमी के दूर करने के लिए विभाग उदासीन है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक सीवान में 400 ब्लड डोनेर कार्ड अघोषित रूप से अवैध हो गया है। ब्लड डोनर कार्ड ले जाने पर ब्लड नहीं मिल रहा है। डोनेट कार्ड देखते ही कर्मचारी मरीज या उसके परिजन को वापस कर रहे है। इसका कारण है कि जब ब्लड बैंक में ब्लड है ही नहीं तो वे डोनेट कार्ड पर ब्लड कैसे देंगे। ब्लड संकट से जूझ रहे सीवान में ब्लड डोनेट टीम के सदस्य भी ब्लड बैंक व अफसरों पर सवाल उठा रहे है। उनका आरोप है कि विभागीय अफसरों ने ब्लड बैंक में रखी गई ब्लड को प्रसाद क तरह बांट दिया। बीते शनिवार को सदर अस्पताल में महज 11 यूनिट ही ब्लड था।
Deepak Kumar
deepak841226@gmail.com
स्वास्थ्य मंत्री Mangal Pandey जी के गृह जिला सीवान का सदर अस्पताल सड़ चुका है। इस अस्पताल में हमेशा कोई न कोई कमी ही रहती है। कभी एंटी रैबीज वैक्सीन की कमी तो कभी ब्लड की कमी..टोंटी में पानी तक की किल्लत रहती है।
दीपक आगे लिखते हैं— पता नहीं, नेताओं और अधिकारियों की अस्पताल में औचक जांच किस बात की होती है..नई जनप्रतिनिधि के सामने अस्पताल की बिगड़ी हालत सही करना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को टैग भी किया।
क्या है मामला
दरअसल, बीते कुछ दिनों से अस्पताल में ब्लड बैंक में खून की कमी है। वहीं इस कमी के दूर करने के लिए विभाग उदासीन है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक सीवान में 400 ब्लड डोनेर कार्ड अघोषित रूप से अवैध हो गया है। ब्लड डोनर कार्ड ले जाने पर ब्लड नहीं मिल रहा है। डोनेट कार्ड देखते ही कर्मचारी मरीज या उसके परिजन को वापस कर रहे है। इसका कारण है कि जब ब्लड बैंक में ब्लड है ही नहीं तो वे डोनेट कार्ड पर ब्लड कैसे देंगे। ब्लड संकट से जूझ रहे सीवान में ब्लड डोनेट टीम के सदस्य भी ब्लड बैंक व अफसरों पर सवाल उठा रहे है। उनका आरोप है कि विभागीय अफसरों ने ब्लड बैंक में रखी गई ब्लड को प्रसाद क तरह बांट दिया। बीते शनिवार को सदर अस्पताल में महज 11 यूनिट ही ब्लड था।
Deepak Kumar
deepak841226@gmail.com
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