मुस्लिमों के प्रति दिनों दिन नफरत भारत के लोगों में कौन फैला रहा है ?
मुस्लिमों के प्रति दिनों दिन नफरत भारत के लोगों में जो फैल रही है. ऐसा भी कह सकते हो कि फैलाई जा रही है.इस बात को आप लोगों को बहुत ही गहराई से समझना होगा.क्योंकि बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा गया है.जिसे समझना हर भारतवासी को बहुत जरूरी है.
क्रोना वायरस का प्रकोप भारत में लगातार बढ़ता ही जा रहा था सभी लोग घरों में पैक कर दिए गए थे. क्रोना वायरस को लेकर लोगों में बिल्कुल खौफ पैदा हो गया था.क्योंकि इस वायरस ने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था और इसकी वजह से हजारों की संख्या में मौतें भी हो चुकी थी वायरस की वजह से चीन, इटली,अमेरिका जैसे बड़े देश बिल्कुल धराशाई हो चुके थे. जिस वजह से लोगों के मन में खौफ पैदा होना समझ में भी आता है. इन्हीं सब बातों की वजह से भारतवासी सहम चुके थे और हर कोई अपनी जान को बचाना ही मुनासिब समझ रहा था.
अचानक ही तबलीगी जमात नामक मुस्लिम संस्था सुर्खियों में छा जाती हैं. एक तो कोरोनावायरस का डर लोगों को था ही ऊपर से तबलीगी जमात पर यह आरोप लगने लगा कि इसने कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को अपने जमात में छुपाया हुआ है.
बस फिर क्या था एक तो यह संस्था मुस्लिम थी ऊपर से सरकार भी हिंदूवादी.... मीडिया ने तबलीगी जमात का ऐसा हश्र कर दिया कि कोरोना वायरस फेलाने का मुख्य वजह तबलीगी जमात को ही बताया जाने लगा यानी कि इस जमात की वजह से सभी मुस्लिमों को टारगेट किया जाने लगा.
लोगों को ऐसा लगने लगा कि इन मुस्लिमों ने लाखों लोगों की जान खतरे में डाल दी है और मीडिया भी आग में घी डालने का काम कर रहा था ऊपर से हिंदूवादी नेताओं ने तबलीगी जमात पर जमकर निशाना साधा.. यह बात तो ठीक है कि वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढी है.
तबलिगी जमात की वजह से हर मुस्लिम को उस जमात का ही सदस्य मान लेना किस हद तक जायज था.मगर मीडिया ने इस बात को लोगों के जेहन में बिठा दिया कि हर मुस्लिम ही तबलीगी जमात का सदस्य है और हर मुस्लिम तबलीगी जमात को सपोर्ट करता है. यानी कि अब कोरोनावायरस की सारी जिम्मेदारी तबलीगी जमात पर मंड दी गई.
इसका नाम सुर्खियों में आने के बाद लगातार जमात के लोगों पर यह आरोप लगने लगे कि जमाती नंगा घूम रहे हैं कहीं भी पेशाब कर दे रहे हैं.और खाने के लिए मांस मांग रहे हैं इस बात को मीडिया ने बहुत उछाला. घर में खाली बैठे होने की वजह से करोड़ों भारतवासियों ने मीडिया की इस खबर को बहुत ही ध्यान से अपने दिमाग में बिठा लिया और बस एक ही बात दिमाग में गूंजने लगी कि इन मुस्लिमों की वजह से ही भारत में कोरोनावायरस की तादाद बढी है.
मगर यह सचाई बिल्कुल भी नहीं थी मुस्लिमों के प्रति नेताओं और मीडिया ने खूब जहर उगला बाद में जांच के बाद सच्चाई सामने आई कि किसी भी जमाती ने ऐसी कोई भी हरकत नहीं की थी. मगर तब तक घर पर खाली बैठे करोड़ों भारतवासियों के दिमाग ने मीडिया की नफरत भरी इस बात को जेहन में बिठा लिया. जांच के बाद जब सच्चाई सामने आई कि जमाती ओं ने ऐसी किसी भी हरकत को अंजाम नहीं दिया था इस बात की जानकारी बहुत ही कम मीडिया वालों ने दी. मगर तब तक लोगों के मन में मुस्लिमों के प्रति नफरत से भरी छवि बन चुकी थी.
उत्तर प्रदेश के भगवाधारी मुख्यमंत्री ने तुरंत बिना मामले की जांच पड़ताल किए कार्रवाई की सख्त चेतावनी देते हुए जमातियो ऊपर एफ आई आर दर्ज करने का आदेश दे दिए और रासुका लगाने की अनुमति दे डाली. मगर किसी ने भी इस बात को नहीं सोचा कि क्या सच में जमातियो ने ऐसा किया था.
इसी सभी के बीच भारत वासियों के मन में मुस्लिमों के प्रति नफरत और ज्यादा गहरा पी रही थी हालांकि नफरत की आप तो बहुत पहले से ही बड़ी हुई थी मगर इस आपको और ज्यादा जानबूझकर बढ़ा दिया गया ताकि लोगों को यह लगे कि यह सारा माजरा तबलीगी जमात की वजह से बड़ा है.
मगर आप लोगों के मन में एक सवाल यह नहीं उठा की तबलीगी जमात संस्था का नाम सुर्खियों में आने के बाद अचानक ही क्रोना से संक्रमित मरीजों की संख्या कैसे बढ़ने लगी. यह बिल्कुल ही नाटकय कहानी लगती है वास्तव में सच्चाई तो यह है कि वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या पहले से ही बहुत बढी हुई थी. मगर राजनीति षड्यंत्र में तबलीगी जमात को मोहरा बना दिया गया. और मीडिया ने पूरा भरोसा ही दिला दिया कि जमातियो की वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण है.
मीडिया और कुछ अराजक हिंदूवादीयो द्वारा आपसी सांठगांठ नें तबलीगी जमात को कोरोना वायरस का मुख्य केंद्र बना दिया. इन्हीं सब बातों को लेकर घर में खाली बैठी जनता ने मुस्लिमों को भारत में कोरोनावायरस फेलाने का जिम्मेदार मान लिया.जिस वजह से आज हर मुस्लिम को जमाती समझा जाने लगा हैं.
प्रवेश चौहान
Times of जनता you tube channel
मुस्लिमों के प्रति दिनों दिन नफरत भारत के लोगों में जो फैल रही है. ऐसा भी कह सकते हो कि फैलाई जा रही है.इस बात को आप लोगों को बहुत ही गहराई से समझना होगा.क्योंकि बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा गया है.जिसे समझना हर भारतवासी को बहुत जरूरी है.
क्रोना वायरस का प्रकोप भारत में लगातार बढ़ता ही जा रहा था सभी लोग घरों में पैक कर दिए गए थे. क्रोना वायरस को लेकर लोगों में बिल्कुल खौफ पैदा हो गया था.क्योंकि इस वायरस ने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था और इसकी वजह से हजारों की संख्या में मौतें भी हो चुकी थी वायरस की वजह से चीन, इटली,अमेरिका जैसे बड़े देश बिल्कुल धराशाई हो चुके थे. जिस वजह से लोगों के मन में खौफ पैदा होना समझ में भी आता है. इन्हीं सब बातों की वजह से भारतवासी सहम चुके थे और हर कोई अपनी जान को बचाना ही मुनासिब समझ रहा था.
अचानक ही तबलीगी जमात नामक मुस्लिम संस्था सुर्खियों में छा जाती हैं. एक तो कोरोनावायरस का डर लोगों को था ही ऊपर से तबलीगी जमात पर यह आरोप लगने लगा कि इसने कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को अपने जमात में छुपाया हुआ है.
बस फिर क्या था एक तो यह संस्था मुस्लिम थी ऊपर से सरकार भी हिंदूवादी.... मीडिया ने तबलीगी जमात का ऐसा हश्र कर दिया कि कोरोना वायरस फेलाने का मुख्य वजह तबलीगी जमात को ही बताया जाने लगा यानी कि इस जमात की वजह से सभी मुस्लिमों को टारगेट किया जाने लगा.
लोगों को ऐसा लगने लगा कि इन मुस्लिमों ने लाखों लोगों की जान खतरे में डाल दी है और मीडिया भी आग में घी डालने का काम कर रहा था ऊपर से हिंदूवादी नेताओं ने तबलीगी जमात पर जमकर निशाना साधा.. यह बात तो ठीक है कि वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दिनों दिन बढी है.
तबलिगी जमात की वजह से हर मुस्लिम को उस जमात का ही सदस्य मान लेना किस हद तक जायज था.मगर मीडिया ने इस बात को लोगों के जेहन में बिठा दिया कि हर मुस्लिम ही तबलीगी जमात का सदस्य है और हर मुस्लिम तबलीगी जमात को सपोर्ट करता है. यानी कि अब कोरोनावायरस की सारी जिम्मेदारी तबलीगी जमात पर मंड दी गई.
इसका नाम सुर्खियों में आने के बाद लगातार जमात के लोगों पर यह आरोप लगने लगे कि जमाती नंगा घूम रहे हैं कहीं भी पेशाब कर दे रहे हैं.और खाने के लिए मांस मांग रहे हैं इस बात को मीडिया ने बहुत उछाला. घर में खाली बैठे होने की वजह से करोड़ों भारतवासियों ने मीडिया की इस खबर को बहुत ही ध्यान से अपने दिमाग में बिठा लिया और बस एक ही बात दिमाग में गूंजने लगी कि इन मुस्लिमों की वजह से ही भारत में कोरोनावायरस की तादाद बढी है.
मगर यह सचाई बिल्कुल भी नहीं थी मुस्लिमों के प्रति नेताओं और मीडिया ने खूब जहर उगला बाद में जांच के बाद सच्चाई सामने आई कि किसी भी जमाती ने ऐसी कोई भी हरकत नहीं की थी. मगर तब तक घर पर खाली बैठे करोड़ों भारतवासियों के दिमाग ने मीडिया की नफरत भरी इस बात को जेहन में बिठा लिया. जांच के बाद जब सच्चाई सामने आई कि जमाती ओं ने ऐसी किसी भी हरकत को अंजाम नहीं दिया था इस बात की जानकारी बहुत ही कम मीडिया वालों ने दी. मगर तब तक लोगों के मन में मुस्लिमों के प्रति नफरत से भरी छवि बन चुकी थी.
उत्तर प्रदेश के भगवाधारी मुख्यमंत्री ने तुरंत बिना मामले की जांच पड़ताल किए कार्रवाई की सख्त चेतावनी देते हुए जमातियो ऊपर एफ आई आर दर्ज करने का आदेश दे दिए और रासुका लगाने की अनुमति दे डाली. मगर किसी ने भी इस बात को नहीं सोचा कि क्या सच में जमातियो ने ऐसा किया था.
इसी सभी के बीच भारत वासियों के मन में मुस्लिमों के प्रति नफरत और ज्यादा गहरा पी रही थी हालांकि नफरत की आप तो बहुत पहले से ही बड़ी हुई थी मगर इस आपको और ज्यादा जानबूझकर बढ़ा दिया गया ताकि लोगों को यह लगे कि यह सारा माजरा तबलीगी जमात की वजह से बड़ा है.
मगर आप लोगों के मन में एक सवाल यह नहीं उठा की तबलीगी जमात संस्था का नाम सुर्खियों में आने के बाद अचानक ही क्रोना से संक्रमित मरीजों की संख्या कैसे बढ़ने लगी. यह बिल्कुल ही नाटकय कहानी लगती है वास्तव में सच्चाई तो यह है कि वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या पहले से ही बहुत बढी हुई थी. मगर राजनीति षड्यंत्र में तबलीगी जमात को मोहरा बना दिया गया. और मीडिया ने पूरा भरोसा ही दिला दिया कि जमातियो की वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण है.
मीडिया और कुछ अराजक हिंदूवादीयो द्वारा आपसी सांठगांठ नें तबलीगी जमात को कोरोना वायरस का मुख्य केंद्र बना दिया. इन्हीं सब बातों को लेकर घर में खाली बैठी जनता ने मुस्लिमों को भारत में कोरोनावायरस फेलाने का जिम्मेदार मान लिया.जिस वजह से आज हर मुस्लिम को जमाती समझा जाने लगा हैं.
प्रवेश चौहान
Times of जनता you tube channel
No comments:
Post a Comment