31.7.20

yogi raj वाह रे योगी के रामराज : रोटी चोरी से और शराब बिक रही है खुलेआम

भाजपा रामराज की बड़ी चर्चा करती है। अपने शासन को रामराज में तब्दील करने का दावा करती है। उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ और उनके समर्थक तो उत्तर प्रदेश में रामराज आने की बात कर रहे हैं। राम के बारे में जो कुछ अध्ययन मेरा रहा है या फिर रामायण में देखा गया कहीं पर भी शराब को बढ़ावा देने का प्रसंग न मैने रामायण में देखा और न ही कहीं पर पढ़ा। चाहे केवट को मित्र बनाना हो य फिर शबरी के झूठे बेरों को खाना हो।  या फिर राक्षसों को मारकर ऋषि-मुनियों की मदद करना हो। हर जगह राम ने समर्पण की भावणा दिखाई। लोकतंत्र का उनके राज में इतना बोलबोला था कि लोगों के उनकी पत्नी पर उंगली उठाई तो उन्होंने उन्हें भी वनवास दे दिया। रावण से युद्ध में उन्होंने प्रकृति और मानव जाति का विशेष ध्यान रखा। राम राज में  कहीं से भी जनता को परेशान करने की बात कहीं पर भी पढ़ने को नहीं मिलती है।

योगी के रामराज में कोरोना के नाम पर जनता को तो परेशान किया जाता रहा पर पूंजीपतियों के धंधे और शराब माफिया के साथ ही अपने राजस्व का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। लोगों के खाने के लिए रेस्टोरेंट और ढाबे नहीं खुल रहे हैं पर शराब की दुकानें खुलेआम खोल जा रही हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या शराब की दुकान पर इकट्ठा होने पर लोग कोरोना से संक्रमित नहीं होंगे ? खाने के ढाबे पर तो वैसे भी लोग अलग-अलग बैठते हैं। हां ढाबा चलाने वाला गरीब होता है और शराब बेचने वाला अमीर।

नोएडा में कुछ बेबस युवाओं के अनुरोध पर कुछ ढाबे वाले चोरी चुपके खाना बेक रहे हैं। यह मजबूरी उनके सामने योगी सरकार ने की है। हां शराब खुलेआम बिक रही है। प्रदेश में रोजगार राग तो बहुत अलापा जा रहा है पर हो कुछ नहीं रहा है। हां चीन से कंपनियां आने के नाम पर उत्तर प्रदेश के श्रम कानून में बदलाव जरूर कर दिया गया। ऐसा नहीं है कि बस उत्तर प्रदेश में ही ऐसा हो रहा है। लगभग हर प्रदेश का यही हाल है। केंद्र सरकार तो इन सबसे आगे है। दरअसल सरकारों को लोगों की जान से ज्यादा चिंता पूंजीपतियों के धंधे और अपने राजस्व की है।

चरण सिंह राजपूत

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