22.12.20

घुमक्कड़ी : कसौली - एक अलहदा संसार...

सक्षम द्विवेदी-

पर्वतों में हमेशा ही एक अलहदा आकर्षण होता है। यहाँ पर प्रकाश परावर्तन, बादल व छाया इतने खूबसूरत बिंब उत्पन्न करते हैं कि ये तय कर पाना मुश्किल हो  जाता है कि किस ओर नेत्रों को केंद्रित किया जाए ? कसौली की विशिष्टता यहाँ का धार्मिक सद्भाव व हर ओर फैले हुए रंग-बिरंगे फूल हैं। यहाँ के कुछ फूलों की सुगंध इतनी विशिष्ट है कि वे सीधे गले में जाकर टकराती है।


कसौली हिमाचल प्रदेश स्थित एक खूबसूरत शहर है। यह समुद्री तल से 1795 की ऊंचा है। यह शिमला के दक्षिण की ओर 77 किलो मीटर की दूरी पर बसा है | कभी मिनी शिमला के नाम से अलंकृत यह क्षेत्र  फर, रोडोडेंड्रॉन, अखरोड़, ओक और विलो के लिए प्रसिद्ध है। यह विख्यात लेखक रस्किन बॉन्‍ड की जन्‍म स्थली भी है | वर्तमान में छावनी के रूप में अत्यंत उपयोगी इस भूमि में क्राईस्ट चर्च, मंकी पॉइंट, कसौली भट्टी, बाबा बालक नाथ मंदिर और गोरखा फोर्ट सहित अन्य दर्शनीय स्थल हैं |

कसौली की स्वच्छता, सुंदरता व आकर्षण मुझे दूसरी बार इस मनोरम धरा की ओर खींच ले गया | मैं चंडीगढ़ से धर्मपुर तथा फिर धर्मपुर से कसौली पहुंचा | कसौली बस स्टॉप के समीप ही भव्य क्राइस्ट चर्च दिखाई पड़ता है | 1884  में  मॉल रोड पर गोथिक स्थापत्य शैली से निर्मित यह चर्च यात्रियों की आध्यात्मिक पिपासा को शांत करता है ।सेंट फ्रांसिस और सेंट बरनबास को समर्पित इस गिरजाघर में व्यतीत समय यात्रा की थकान को मानों कुछ क्षणों में दूर कर देते हैं | इस चर्च में क्लॉक टावर और सनडायल देखना जिज्ञासापूर्ण होता है ।

बस स्टैंड से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मंकी प्वाइंट यहाँ की सर्वोच्च चोटी है |  यहाँ से सतलुज नदी, चंडीगढ़ और बर्फ से ढँकी चूर चाँदनी चोटी का स्पष्ट दीदार होता है। चोटी पर स्थित मंदिर हिंदू भगवान हनुमान को समर्पित है और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। किवदंती के अनुसार संजवीनी लाने के समय भगवान श्री हनुमान जी का एक पैर इस पर्वत पर पड़ा था | मंकी प्वाइंट  वायुसेना के अधिकार क्षेत्र में है | अतः यहाँ भ्रमण हेतु वायु सेना से अनुमति प्राप्त करनी होती है | यहाँ पर मोबाइल तथा कैमरे का उपयोग प्रतिबंधित है | इसके आलावा यहाँ सनसेट प्वाइंट, सनराइज़ प्वाइंट सहित कई अन्य रमणीय क्षेत्र हमेशा सैलानियों के स्वागत के लिए तैयार रहते हैं |

कसौली  वायुमार्ग, रेलमार्ग व सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहाँ से निकटम वायुपत्तन चंडीगढ़ मात्र 70 किलोमीटर दूर है। रेलवे मार्ग हेतु यहाँ से सबसे करीब रेलवे स्टेशन कालका 40 किलोमीटर दूरी पर है | साथ ही सड़क मार्ग हेतु बसें हमेशा उपलब्ध होती हैं | कसौली के साथ सबसे बेहतर यह है कि आप यहाँ किसी भी मौसम में जा सकते हैं | हाँ पर बरसात में भूस्खलन से सड़क अवरुद्ध होने का खतरा होता है |

अगर आप न्यू ईयर में किसी रोमांचक पर्यटन स्थल की तलाश में हैं तो 'कसौली' आपकी प्रतीक्षा कर रहा है |





 

सक्षम द्विवेदी, हिंदी कंटेंट राइटर, चंडीगढ़ |

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