25.3.21

अरबपति खानदान की बहू ने कहा-जेठ सम्पत्ति हड़पने के लिए करवाना चाहते हैं मेरी हत्या

 


कानपुर में देश के मशहूर औद्योगिक घराने की बहू अम्बिका सिंघानिया ने अपने ही जेठ शरदपत सिंघानिया और बेटे अद्वेतपत पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अम्बिका की शादी अरुण सिंघानिया से हुआ थी। अरुण की 2010 में मौत हो गई थी। अम्बिका का आरोप है कि उनके जेठ शरद उनके पति की मौत के बाद से ही पुश्तैनी संम्पत्ति हड़पने के लिए उनकी हत्या की साज़िश रच रहे है। अब उस साजिश में उन्होंने मेरे बड़े बेटे को भी बरगलाकर नशे का आदी बनाकर शामिल कर लिया है। अम्बिका ने कानपुर के एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह से शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई है।


सिंघानिया खानदान की बहू का आरोप लगाया कि 14 मार्च को उनके बड़े बेटे अद्वैतपत ने अपने ताऊ शरदपत के इशारे पर बाउंसर अरुण कुमार साथी गौरव दत्त एवं आधा दर्जन कर्मचारियों के साथ मिलकर उन्हें बन्धक बना कर गला दबाकर हत्या का प्रयास किया, यही नही उन्होंने नहाने के पानी मे तेज़ाब मिला दिया गया जिससे वो जल कर मर जाये और संपत्ति पर उनके जेठ का कब्जा हो जाए, अम्बिका ने बताया कि जब बंगले में मुझे मारा-पीटा जा रहा था तो मैंने 112 नंबर पर और थाना फजलगंज प्रभारी को इसकी सूचना दी थी, लेकिन फजलगंज थाने की पुलिस आयी तो पर शरद के गार्ड पुलिस के सामने ही गाली गलौज करते रहे यह सब पुलिस के सामने होता रहा, लेकिन पुलिस मेरे जेठ के इशारे पर काम करती रही और मेरी शिकायत पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुईं वही आरोपियों से इस मामले में उनकी प्रतिक्रिया माँगी गयी तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

अम्बिका ने बताया कि उन्होंने अपनी पूरी दर्दे दास्ताँ लिखकर 2 जनवरी 2021 को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से की थी, किस तरह बड़े औद्योगिक घराने के रसूख का इस्तेमाल कर 2007 में एक फर्जी महिला को खड़ी कर तलाक की डिक्री करवायी गयी जोकि कोर्ट से ख़ारिज हो चुकी है और अब एक अवैध वसीयत के जरिए उनकी सम्पत्ति पर कब्जा करने के लिये उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। जिसको संज्ञान में लेकर 14 जनवरी 2021 को प्रधानमंत्री कार्यालय से यूपी के चीफ़ सैकेट्री को मामले की जाँच करवाने के निर्देश दिये गए थे। जिसकी जाँच एसपी दक्षिण दीपक भूकर को सौंपी गई थी लेकिन अम्बिका के अनुसार एसपी द्वारा उनसे बयान और साक्ष्य लिए बगैर ही रिपोर्ट प्रेषित कर शिकायत का निस्तारण कर दिया है।

वही इस हाईप्रोफाइल मामले में सीओ नजीराबाद संतोष कुमार सिंह ने बताया कि 3 दिन पहले अम्बिका सिंघानिया द्वारा एसएसपी कार्यालय में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था, उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की सत्यता जाँचने के बाद कार्यवाही की जायेगी।

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