13.9.22

कवि केवल देता है कुछ लेता नहीं- कहानीकार राजेन्द्र राव

अवनीश यादव-

काव्य संग्रह अंतिम विकल्प से पहले के लोकार्पण समारोह में बोले, दिल्ली से आये कवि ओम निश्चल बोले नया प्रयोग हैं आस्था की कविताएं        


बिल्हौर। प्रेस क्लब बिल्हौर के तत्वाधान में राम सहाय इंटर कालेज, बैरी शिवराजपुर की प्रधानाचार्य श्रीमती आरती "आस्था" के काव्य संग्रह "अंतिम विकल्प से पहले" का लोकार्पण कानपुर के नवीन नगर काकादेव स्थित एक गेस्ट हाउस में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ उपन्यासकार राजेंद्र राव ने की। मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली से आए वरिष्ठ आलोचक व कवि डा0 ओम निश्चल, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कथाकार,कवि व लेखक श्री कृष्ण बिहारी और वी0एस0एस0डी0 कालेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष वरिष्ठ कवि डा0 पंकज चतुर्वेदी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अनीता मिश्रा ने किया।


कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। तत्पश्चात कवियत्री के पिता जी जगजीवन लाल यादव ने आस्था के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर लोकार्पित कृति - "अंतिम विकल्प से पहले" से रचना पाठ करते हुए प्रीती शुक्ला ने मां-बेटी के रिश्तों पर केंद्रित रचना "बेटी के लिए" प्रस्तुत कर स्त्री की वर्तमान स्थिति बयां की। मुख्य अतिथि ओम निश्चल ने कहा कि आस्था की कविताओं में स्त्री की वास्तविक स्थिति को बयां किया गया है। जिसमें यह बताया गया है कि प्रेम, सद्भाव, सम्बन्ध, सुख, जरूरतों, खुशियों और अपनी इच्छाओं के लिए हाथ फैलाती हुई दिखती है और यह मानकर चलती है कि वह अगर जीवन के दो पहियों में एक पहिया है तो उसके पास वह सब कुछ क्यों नहीं जो स्त्रियों की स्पृहा में शामिल है। इन  कविताओं को पढ़ना स्त्री के जीवन और मन के भूगोल से होकर गुजरना है।

कार्यक्रम के अध्यक्ष राजेंद्र राव ने कहा कि कवि बस देता है कुछ लेता नहीं।  नई पीढ़ी की कविताओं में नए-नए प्रयोग दिख रहे हैं। आरती "आस्था" की कविताओं में स्त्री मन की गहराईयों को सूक्ष्म ढंग से समझकर उकेरा गया है। वरिष्ठ कवि कृष्ण बिहारी ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाएं तरक्की कर रही हैं लेकिन उन्हें मानसिक गुलामी से आज भी मुक्ति नहीं मिल पाई है। वरिष्ठ गीतकार विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि आस्था की कविताएं अपने आसपास होने वाली घटनाओं का चित्रण हैं। डॉ0 पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कोई भी कवि कभी भी पूर्णता को प्राप्त नहीं कर सकता। आस्था को भी अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है। कार्यक्रम के दौरान माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता हरिश्चन्द्र दीक्षित, हेमराज गौर, प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष शिवराज सिंह, गिरीश मिश्र, मनप्रीत सिंह, प्रेस क्लब बिल्हौर के विभिन्न पदाधिकारी  मौजूद रहे।

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