इस इंटरव्यू को ध्यान से पढ़िए. कहने को तो ये इंटरव्यू पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा का है. लेकिन अंदर सवाल जवाब पढ़िए, खासकर आखिरी सवाल जवाब तो पता चलेगा कि ये इंटरव्यू भाजपा के नेता का है जिसे हुड्डा का इंटरव्यू बताकर छाप दिया गया. भला कांग्रेसी हुड्डा खुद को क्यों भाजपा पार्टी संगठन और मनोहर का सिपाही बताएंगे, जैसा कि आखिरी सवाल जवाब में पढ़ने को मिल रहा है. पिछले महीने जुलाई की 17 तारीख को ये इंटरव्यू अमर उजाला में प्रकाशित हुआ है. इसे ईपेपर में ठीक किया जा चुका है लेकिन जो छप गया, उसका क्या होगा... पता नहीं अमर उजाला ने कुछ खंडन वंडन छापा या नहीं...
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