25.2.24

36 साल पहले.. तब देश का पैसा लफ्फाज़ी में नहीं फूंका जाता था

सलमान रिज़वी- 

36 साल पहले 23 फरवरी 1988 में, दिल्ली से भोपाल के लिए एक ट्रेन चली थी शताब्दी एक्सप्रेस! 

NDLS से सुबह 6:25 बजे ।

साफ डिब्बे, अच्छी पुशबैक सीट, बढ़िया नाश्ता और दोपहर का भोजन, अच्छा PA सिस्टम, उस वक्त औसत गति 100 किमी प्रति घंटा, अधिकतम 135-140 किमी प्रति घंटा थी!

कितने साल पहले 36 साल पहले!

बस प्रचार नही कर सकी..

क्यूंकि नेशनलिज्म के मायने उस वक्त कुछ और थे, आज के जैसे नौटंकी नहीं थी कि देश का पैसा लफ्फाज़ी में फूंक दे..!

वंदे मातरम् ट्रेन कई बार लड़ भी चुकी है किराया भी बहुत ज्यादा, खाना भी महंगा और खराब की शिकायत अलग से कई बार आई.

No comments:

Post a Comment