अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
आपके अट्टाहस से बड़े बड़ों की फट गई भाई, और हम लोगों की बांछें खिल गईं.....।जियो भाया...आपका स्वागत हैजय भड़ासयशवंत
भैयाजी ,स्वागत है.अब आयेगा मज़ा.
सुरेश भाई,अब जब कभी आपको लगे कि नीरवता भड़ास को घेर रही है तो ऐसे ही जोर से एक बार ठहाका मार दीजिएगा ,मजा आ गया दादू,स्वागत है आपका.....जय जय भड़ास
आपके अट्टाहस से बड़े बड़ों की फट गई भाई, और हम लोगों की बांछें खिल गईं.....।
ReplyDeleteजियो भाया...
आपका स्वागत है
जय भड़ास
यशवंत
भैयाजी ,स्वागत है.
ReplyDeleteअब आयेगा मज़ा.
सुरेश भाई,अब जब कभी आपको लगे कि नीरवता भड़ास को घेर रही है तो ऐसे ही जोर से एक बार ठहाका मार दीजिएगा ,मजा आ गया दादू,स्वागत है आपका.....
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