मरेंगे मारने वाले साले, जो करना है सामने आकर करें। यशवंत भाई पर पीठ पीछे हमला करने वालों ने कायरता और बुझदिली का परिचय दिया है, क्योंकि पीठ पीछे हमला करने वाले इन छक्कों ने अपनी बात को जबरदस्ती कहलवाने की कोशिश की है, अगर ऐसे लोग इसी में अपनी शान समझते हैं, तो उन्हें चिल्लू भर पानी में डूबकर मर जाना चाहिए, क्योंकि ये सर कभी नहीं झुकने वाला।
हम सब आपके साथ हैं। ऊपर जो आलोक जी ने पिस्टल का जिकऱ किया है, उसी कैटेगरी का भड़ासी हमें बनना पड़ेगा।
जय भड़ास
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