12.5.08

नए चिट्ठे

नए चिट्ठे

1। हिसालू-काफल (http://deepapathak.blogspot.com/) कलाचिट्ठाकार: दीपा पाठक

2। बुद्द-वाणी (http://budhvani.blogspot.com/) समाजचिट्ठाकार: Dr Prabhat टंडन

3. गर्भ में (http://garbhmein.blogspot.com/) कलाचिट्ठाकार: लुव

4. वृद्धग्राम (http://100year.blogspot.com/) समाजचिट्ठाकार: harminder संघ

5. Ek bewafa se pyar kiya..... (http://vaibhav12365.blogspot.com/) कलाचिट्ठाकार: वैभव

6. VANGMAY INTERVIEW ( इन्टरव्यू विशेषांक ) (http://vangmayinterview.blogspot.com/) चिट्ठाकार: DR.Shagufta नियाज़

7. OBJECT WEEKLY (http://objectweekly.blogspot
.com/)
समाचारचिट्ठाकार: OBJECT वीकली

8. Ragga & Bagga ke Chatpate Jocks (http://g4wehaha.blogspot.com/) मस्तीचिट्ठाकार: ग४वे

9. दुष्ट उवाच (http://dushtuvaach.blogspot.com/) चिट्ठाकार: दुष्टात्मा

10। satyadev tripathi (http://satyadevtripathi.blogspot.com/) चिट्ठाकार: satyadev त्रिपाठी

11. http://chitthajagat.in/punh.php?punh=http://raviwar.blogspot.com/ चिट्ठाकार: नीरज

12. Think About It (http://prasoon14.blogspot.com/) चिट्ठाकार: Prasoon पंड्या


“आप हिन्दी में लिखते हैं। अच्छा लगता है. मेरी शुभकामनाऐं आपके साथ हैं, इस निवेदन के साथ कि नये लोगों को जोड़ें, पुरानों को प्रोत्साहित करें-यही हिन्दी चिट्ठाजगत की सच्ची सेवा है। एक नया हिन्दी चिट्ठा किसी नये व्यक्ति से भी शुरु करवायें और हिन्दी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें.शुभकामनाऐं.

समीर लाल (उड़न तश्तरी)

2 comments:

  1. हरे भइया,इन सभी नवचिट्ठाकारों का स्वागत है आशा है इनकी उपस्थिति से हिन्दी और पुष्ट होगी...

    ReplyDelete
  2. हरे दादा,
    इन तमाम मित्र जन को सुभ्कामना और ढेरक बधाई. हिंदी का ग्लोबल विस्तार हमारी मातृभाषा के लिए सुबह संकेत हैं.
    जय जय भड़ास

    ReplyDelete