अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
8.5.08
स्वस्थ्य भवतु शीघ्रम...
श्री अनिल भारद्वाज के अस्वस्थ्य होने के समाचार को सुनकर चिंता हुई। फोन लग नहीं रहा है, इसलिए व्यक्तिगत संपर्क नहीं हो सका। वह जल्दी से ठीक हो जाएं..सभी भड़ासियों की शुभकामनाएं। और ईमानदार दुआएं। पं.सुरेश नीरव
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