21.6.08

दफ्तरनामा

दफ्तर का दस्तूर है,चमचों को सम्मान
नियम निति पर जो चले उसका दंड निदान
सब्जी जा पहुंची अफसर के घर रोज ,
गायब रहो दफ्तर से करे न कोई खोज
अफसर की बीवी मिले करो दंड परनाम ,
दंत निपोरे दम हिलाओ बन जाएगा काम


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