अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
बेटे का मोह ने कांग्रेस से निकलवाया , चोरी की लत और आदत से मजबूर नेतागिरी के आदि पहुँचे बहन जी के चरण में, वाह रे लोकतंत्र, राजा दलित के चरण वंदन में जुट गया है.धन्य है हमारा लोक तंत्र.जय जय भड़ास
बेटे का मोह ने कांग्रेस से निकलवाया , चोरी की लत और आदत से मजबूर नेतागिरी के आदि पहुँचे बहन जी के चरण में, वाह रे लोकतंत्र, राजा दलित के चरण वंदन में जुट गया है.
ReplyDeleteधन्य है हमारा लोक तंत्र.
जय जय भड़ास