अमिताभ बुधोलिया जी में स्पस्ट रूप से कहना चाहता हु कि में आप के मत से सहमत नही हु। पत्रकारिता में लंबा अनुभव रखने के कारण आप के लेखन से आप की बांत पहली नज़र में सही लगती है। पर मै कुछ अलग सोच रखता हु। आज के समय मै ये बात सही है की हिंदुस्तान मे हर एक आतंकी घटना के पीछे एक मुसलमान रहता है,पर क्या ये सही नही है कि श्रीलंका जैसा छोटा देश हिंदू आतंकबाद से परेसान है? लिट्टे एक हिंदू आतंकी संगठन है। क्या ७० के दसक मे हिंदुस्तान पंजाबी आतंकबाद से परेसान नही था ?
आप ही किस आधार पर सिम्मी और बजरंग दल को अलग मान सकते है, मेरे हिसाब से तो दोनो धार्मिक उन्माद फैलाते रहे है, दोनों पर पाबन्दी लगनी चाहिए। किसी एक कि कमिया गिना कर दुसरे को सही साबित नही किया जा सकता है। मेरा भी व्यक्तिगत अनुभव है ... मेरा पुस्तैनी घर मुस्लिम बहुल क्षेत्र मे है, मुझसे याद है बाबरी मस्जिद विवाद मे पुरा हिंदुस्तान जल रहा था, लेकिन एसे क्षेत्र मे भी मेरा परिवार सुरक्षित था। आज भी वंहा के मुसलमान को मै चाचा, मामा, दादा, फूफी के रिश्ते से संबोधित करता हु, और मुझे वैसा ही प्यार मिलता है। दरअसल आज के समय मै हिंदू - मुस्लिम रिश्ते के बीच नेताओ ने अपने स्वार्थ के लिए खाई बनाई है। हमें घटनाओ के पीछे के कारण खोजने होंगे। जिससे हम सभी ध्यान नही दे रहे।
Personally Amitabh is my very good friend, but nodoubt we cant agree what he wrote. Why he dont blam system istead that did nothing in last 60 year to bring minority in main stream, but it doesnt mean today all muslim are following the way of jehadi. Why Amitabt is not blamming Bajrang Dal for attaicking churchs nd Cristian people in NDA rule state. You shuld also take these incident like bomb blast because all western countries noticing these incident. Now Amitabh can say that they are vocal because they belong same religon
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