जरा गौर से इस तस्वीर को देखिये, और कोशिश कीजिये की ये शख्सियत कौन हो सकता है, ये एक प्रश्न है, एक पहेली तमाम बुद्धिजीवी के लिए, तमाम अल्पजीवी के लिए, तमाम वरिष्ठ और कनिष्ठ पत्रकारों के लिए, मठ के मठाधीशों के लिए उनके लिए भी जो अपने आपको समाज का पैरोकार मानते हैं और दंभ भरने से नही थकते।
उत्तर आपको मिलेगा मगर पहले आपके उत्तर की प्रतीक्षा है, और आप लोगों के उत्तर से ही उत्तर भी सम्भव है। सो बस सिर्फ़ पहचान बता दें।
ये एक ऐसी पहेली है जो पत्रकारों के चेहरे से पत्रकारिता का नकाब हटा सकती है, मठाधीशों की मठाधीशी का पोल खोल सकती है, और संग ही तमाम स्वम्भू बुद्धीजीवियत को बेनकाब करने में सक्षम है।
जय जय भड़ास
देखो प्यारे भाई,इस तरह की बातें न किया करें क्योंकि हम तो इन्हें जानते हैं ये वो हैं जिनके बारे में बात करने से भी अच्छे-अच्छों की फट जाती है। यकीन मानिये आपकी इस पोस्ट पर कोई कमेंट शायद ही आये। मुंहचोर किस्म के लोग ढीठ की तरह मुंह छिपा कर बैठ जाएंगे और फिर कुछ दिन बाद मचर-मचर करके गाल बजाने लगेंगे
ReplyDeleteजय जय भड़ास
रजनीश भाई,पूरे पचपन पंखे चल रहे हैं भड़ास पर और आप हैं कि माचिस सुलगा रहे हैं इनकी बात करके......
ReplyDeleteभड़ास ज़िन्दाबाद
डॉक्टर साहब,
ReplyDeleteइस पर कमेन्ट ना आए, वैसे भी कमेन्ट का मोहताज ये शख्सियत नही है, मगर ना पहचानने वाले तमाम बुद्धीजीवी की बुद्धीजिवियात और पत्रकारों के पत्रकारिता की चड्ढी खोल दूंगा,
अपने आप को बड़े बड़े तीसमार खान कहने वालों के लिए ही तो ये प्रश्न है जो समाज के मुखौटे होने का लबादा ओढ़ कर तमाम घृणित कार्य में बराबर के शरीक रहते हैं.
जय जय भड़ास
jha jee thoda khulasa kijiea mere saare prayas asafal rahe enhe pahchannene ki meri chdhi bhi kho gaye hai aab kitne der naga rahoon..chale bateyea yea mahapurush kaun hain. yea phir aese hi hull de rahe the kyea????/
ReplyDeleteयशवंत जी काफी माथा रगड़ चुका हूँ ..खूब ऐसीतैसी करवा ली पर उत्तर पता नहीं चला
ReplyDeleteअब आप अपना कर्तव्य निभाएं और उत्तर बताये