आज मुझे एक शादी में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. यह शादी अपने नाम के अनुरूप एकदम सादगी से संपन्न हुई. इसमें कोई तामझाम नही, न कोई दान-दहेज की मांग. शादी गायत्री परिवार द्वारा संपन्न कराई गई. सबसे बड़ी बातयह शादी दिन में हुई. इसलिए बिजली-बत्ती का भी कोई झंझट नहीं. आप सोच रहे होंगे शायद मैं किसी मुस्लिम या क्रिस्चियन की शादी में गया होऊंगा. बिलकुल नहीं. मैं एक हिन्दू की शादी में ही गया था. आज समय की भी मांग है कि हम शादियां सादगी से करें. जो ताम-झाम हम करते हैं वो निरर्थक है. सभी युवाओं को आज यह शपथ लेना होगा कि हम अपनी शादी सादगी से ही करेंगे.
बहुत सुंदर,
ReplyDeleteबधाई दें ऐसे लोगों को.