राम बुरे न काम बुरे...आजकल हो तो यही रहा है....
.माना...श्री राम सेना ने ग़लत...
.किया...पर इसके बदले में..उनके मुखिया को
..चड्डी भेजना भी कोई सही काम नहीं है...उनका काम बुरा था ये सही है। क्या......हम.भी उनके साथ ग़लत नहीं कर रहे..अगर कुछ भेजना था तो गुलाब का .फूल...भेजते चड्डी वाली संस्कर्ती तो हमारी नहीं है फ़िर क्यूँ कर रहे है हम ये सब....दरअसल ये सब एक खेल हो गया है..जिसे सब अपने तरीके से खेल ....रहें है...rajnish,bikaer....
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