20.1.10

पतझड़ मेरा मां


तेरा जाना पतझड़
तेरा आना बसंत,
मन एक
कामनाएं अनंत।
----
बसंत से सराबोर
हर उपवन,
पतझड़ सा वीरान
तेरा मेरा मन।

No comments:

Post a Comment