8.2.10
ताज प्रेस क्लब में विवाद से निपटने की मशक्कत
आगरा में पत्रकारों के इकलौते सक्रिय संगठन में चुनाव एक बार फिर टल गए। हाल यह हैं कि 2003 के बाद से अब तक यह चुनाव नहीं हुए हैं जबकि क्लब संविधान में हर साल चुनाव का प्रावधान है। विरोध के सुर उठने के बाद क्लब की चुनाव समिति की आपात बैठक हुई जिसके एजेंडे में चुनावी तिथि पर विचार का एकमात्र बिंदु था, तिथि फिर भी तय नहीं हुई। हां, एक माह के भीतर चुनाव करा लिये जाने का संकल्प जरूर किया गया। क्लब के पिछले चुनावों में अध्यक्ष गजेंद्र यादव, उपाध्यक्ष अनिल दीक्षित, अधर शर्मा, अजय शर्मा और महामंत्री उपेंद्र शर्मा चुने गए थे। निर्विवाद रूप से इस कार्यकारिणी के कार्यकाल में क्लब की दशा सुधर गई। सांसद-विधायक निधि आदि विभिन्न स्रोतों से घटिया आजम खां स्थित क्लब भवन में सुधार कार्य कराए गए। कार्यकारिणी जब तक कार्य करती रही, तब तक विरोध नहीं हुआ लेकिन दशा सुधरते ही चुनावों की मांग ने जोर पकड़ लिया। गणतंत्र दिवस समारोह में देश के हालात पर चर्चा के बजाए एक भावी उम्मीदवार ने चुनाव कराने की मांग उठा दी। इसके बाद सोमवार को चुनाव समिति की बैठक हुई। बैठक में जमकर विवाद हुआ। आपत्ति मतदाता सूची को लेकर थी। दरअसल, दोनों लॉबी मतदाताओं की संख्या में अपने मनमुताबिक संशोधन चाहती थीं। एक का कहना था कि उन सदस्यों को हटा दिया जाए जो अब सक्रिय नहीं जबकि दूसरी लॉबी का तर्क था कि क्लब के सदस्य पत्रकार हैं और उन्हें हटाने का क्या मतलब। एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि आगरा में अखबारों की जो स्थितियां हैं, उनमें कोई भी सदस्य कभी भी बेरोजगार हो सकता है। क्लब ने सदस्यों के लिए संघर्ष किया है, वही अकेला छोड़ देगा तो क्या होगा। एक अन्य सदस्य ने कहा कि आनलाइन और फ्रीलांसर पत्रकारों को भी सदस्य बनाया जाना चाहिये। उन्होंने सदस्यता बरकरार रखने के लिए अखबार प्रबंध तंत्रों से जानकारी मांगे जाने के प्रस्ताव का विरोध किया और कहा, यदि किसी सदस्य के बारे में जानकारी अपडेट ही करनी है तो उससे शपथपत्र लिया जा सकता है कि वह फिलहाल किस तरह पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा है। बाद में इस बात पर सहमति बनी कि जो सदस्य 15 फरवरी तक शुल्क जमा न करे उसका नाम सूची से हटा दिया जाए। इसके बाद चुनाव समिति की दोबारा बैठक होगी जिसमें तिथि तय कर ली जाएगी। सदस्यों की आपत्तियों का निस्तारण भी किया गया। अध्यक्षता चुनाव समिति अध्यक्ष विनोद भारद्वाज ने की।
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