आज की बालाएं अलसी खाने वाले पति के ही सपने देखती हैं
क्योंकि
1- वह सुंदर, आकर्षक, रूमानी, साहसी, स्फूर्तिमान और बलवान होता है। उसकी त्वचा नम, उजली और चिकनी तथा बाल घने, रेशमी और चमकीले होते हैं। उसे कभी रूसी नहीं होती । उसे सखियों और संबंधियों से मिलवाने में पत्नि गर्व महसूस करती है।
2- उसमें गज़ब की शारीरिक क्षमता, अपार ऊर्जा, अटल आत्मविश्वास, तीव्र स्मरणशक्ति, अनोखी सृजनशीलता, असाधारण कल्पनाशीलता और आश्चर्यजनक शैक्षणिक क्षमता होती है, जिससे वह उच्च-स्तरीय का वेतनमान प्राप्त करता है और कभी भी पत्नि की क्रय-तालिका नहीं भूलता है।
3- वह सदैव हंसमुख, मृदुभाषी, आज्ञाकारी, सेवाभावी और शांत रहता है। वह न कभी आलस्य करता है, न कभी झगड़ता है, न कभी क्रोध करता है, न कभी शिकायत करता है, न कभी थकता है और पत्नि के सारे काम करने को सदैव आतुर रहता है।
4- वह उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, संधिशोथ और कैंसर आदि रोगों से मुक्त रहता है, अतः चिकित्सालयों और निदान केंद्रों से दूर रहता है और उसके पास पत्नि को बहुमंजिला विक्रय-संस्थानों, बहुपटीय चलचित्रशालाओं, गोष्ठियों, मधुशालाओं और प्रीतिभोजों में ले जाने के लिए पर्याप्त धन व समय रहता है।
5- वह मधुचंद्रिका के अंतरंग क्षणों में पत्नि से श्रेष्ठतर शारीरिक और भावनात्मक घनिष्टता सुनिश्चित करता है।
डॉ ओ पी वर्मा
President,
क्योंकि
1- वह सुंदर, आकर्षक, रूमानी, साहसी, स्फूर्तिमान और बलवान होता है। उसकी त्वचा नम, उजली और चिकनी तथा बाल घने, रेशमी और चमकीले होते हैं। उसे कभी रूसी नहीं होती । उसे सखियों और संबंधियों से मिलवाने में पत्नि गर्व महसूस करती है।
2- उसमें गज़ब की शारीरिक क्षमता, अपार ऊर्जा, अटल आत्मविश्वास, तीव्र स्मरणशक्ति, अनोखी सृजनशीलता, असाधारण कल्पनाशीलता और आश्चर्यजनक शैक्षणिक क्षमता होती है, जिससे वह उच्च-स्तरीय का वेतनमान प्राप्त करता है और कभी भी पत्नि की क्रय-तालिका नहीं भूलता है।
3- वह सदैव हंसमुख, मृदुभाषी, आज्ञाकारी, सेवाभावी और शांत रहता है। वह न कभी आलस्य करता है, न कभी झगड़ता है, न कभी क्रोध करता है, न कभी शिकायत करता है, न कभी थकता है और पत्नि के सारे काम करने को सदैव आतुर रहता है।
4- वह उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, संधिशोथ और कैंसर आदि रोगों से मुक्त रहता है, अतः चिकित्सालयों और निदान केंद्रों से दूर रहता है और उसके पास पत्नि को बहुमंजिला विक्रय-संस्थानों, बहुपटीय चलचित्रशालाओं, गोष्ठियों, मधुशालाओं और प्रीतिभोजों में ले जाने के लिए पर्याप्त धन व समय रहता है।
5- वह मधुचंद्रिका के अंतरंग क्षणों में पत्नि से श्रेष्ठतर शारीरिक और भावनात्मक घनिष्टता सुनिश्चित करता है।
डॉ ओ पी वर्मा
President,
+919460816360
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