भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
16.3.10
साम्यवादियों के राज में सर्वहारा
साम्यवादियों
के
राज
में
सर्वहारा
हादसा ?
मृत मानवीय संवेदनाएँ ?
मानसिक प्रदूषण ?
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