6.4.10

आखिर कब रुकेगा नक्सलवाद...



देश में नक्सलवाद की समस्या दिनो-दिन बढ़ती ही जा रही है। आये दिन नक्सली देश को नुकसान पहुंचा रहे है। इससे ना सिर्फ सरकार चिंता में है बल्कि समस्त देशवासी भी इससे परेशान है। आज फिर नकस्लियों ने काफी बड़ी मात्रा में देश को क्षति पहुंचाई है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के भीषण हमले में 73 जवानों के मारे जाने की खबर है। जवान सीआरपीएफ कैंपों में राशन पहुंचाने जा रहे थे। नक्सलियों ने छह अलग-अलग जगहों पर घात लगाकर हमला किया। अभी भी काफी जवानों को नक्सलियों ने घने जंगल में घेर रखा हैं। नकस्लियों द्वारा ये सबसे बड़ा हमला है। ऐसा तब हुआ जब दो दिन पहले ही ग्रहमंत्री चिदम्बरम का बयान सामने आया कि नकस्लियों को सरकार के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिये। लेकिन आज की इस घटना से उनके इरादें साफ है कि, वो किसी तरह की बातचीत के लिए तैयार नहीं है। प्रधानमंत्री ने घटना की काफी निंदा की है।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर नक्सली सरकार से बातचीत के लिए तैयार क्यों नहीं है। कहीं नक्सलियों पर किसी बाहरी शक्ति का हाथ तो नहीं है। जो भी हो, ये बेहद ही चिंता का विषय है। सरकार को ऐसे समय काफी सतर्कता से काम लेना होगा। इसके साथ ही नक्सलियों को ये भी सोचना चाहिये कि उनके द्वारा मारे जाने वाले लोग देश की सेवा कर रहे है। देश तक बात पहुंचाने के लिए जवानों की हत्या करना सही नहीं है। आखिर उनका भी परिवार है। अपनी बात पहुंचाने के लिए और भी कई रास्ते हो सकते है। खून-खराबे से ही किसी समस्या का निपटारा नहीं हो सकता है। सरकार और नक्सलियों को बैठकर बात करनी चाहिये। अन्यथा ये मसला कभी नहीं सुलझेगा। आज जवान मारे जा रहे है, कल नक्सली मारे जायेंगे। आखिर कब तक चलेगा ये सब...

सूरज सिंह

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