महामंत्री का पत्र जिसमें उन्होंने वर्ष २०१० की फीस लेने की बात को जबरन जोड़ने का आरोप लगाया है।
महामंत्री का वो पत्र जिसमें उन्होंने पुलिस और रजिस्ट्रार कार्यालय में शिकयत की है की फर्जी सदस्यता फार्म बनवा कर दे दिए गये हैं। इनको प्रेस क्लब ने प्रिंट ही नहीं कराया है।
प्रेस क्लब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व् जोइंट सेक्रेटरी ने अपने अख़बारों में महामंत्री के घोषित चुनाव कार्यक्रम को बोगस करार दिया है।
वीर अर्जुन अख़बार ने क्लब के पदाधिकारियों की आपसी लड़ाई को उजागर किया है, जिसको पढ़ कर सदस्यों ने कहना शुरू कर दिया है की उन्होंने इन लोगो को चुनाव जीता कर बहुत बड़ी गलती की है।
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