वो क़त्ल भी करते है तो चर्चा नहीं होता
हम आह भी करदेते है तो हो जाते है बदनाम ,
आज कुछ यही हालत भारत देश में मुसलमानों की है आखिर कियो क्या यह देश किसी जाती विशेस का है इसकी आज़ादी में क्या सिर्फ किसी एक विशेष जात के ही लोगो ने ही अपनी जानो को न्योछावर किया था
आज जेसे जयेसे १५ सितम्बर की तारीख करीब आ रही है पुरे मुल्क में अजीब हालत बने जा रहे है मेरी समझ में यह नहीं आ जहा है की उस अहेम तारीख को किसी नेता का फेसला तो आना नहीं है उस दिन जब हाई कोर्ट अपना फेसला सुनेगी एसे में तनाव के क्या बात क्या हम देश की अदालत से ऊपर है ओर अगर नहीं ओर हमें अपने देशा की न्याय पालिका पर यकीं है तो हमें उसके फेसले को मन्ना चाहीये
इसमें हिन्दू या मुस्लमान वाली कोई बात ही नहीं किओकी इस देश पर दोनों का बराबर हक़ है अगर यह सोच न होती तो क्या अश्फकुल्लाखन विराब्दुल हामिद जैसे सय्क्दो लोगो ने हस्ते हस्ते यु ही देश की आन बान शान पर अपनी जानो को न्योछावर कर दिया
बीते दिनों हमारे भाई सलीम अख्तर सिद्दीकी ने जब यही बात कहेने की कोशिश की तो कुछ धर्म के ठेकेदारों ने हंगामा खड़ा करना शुरू कर दिया माय तो कहेता हु इसे कोग चाहे हिन्दू हो या मुस्लमान अय्से लोगो को चिन्हित करना चाहिए ओर जब कभी देश में फिरका वरना हकत बनाने की कोशिश हो तो एसे लोगो पर नज़र राखी जय तो देश को सम्प्र्दैक आग में जल ने से बचाया जा सकता है
मे देश के नागरिको से गुजारिश करता है हिन्दू मसलमान की भावनाओ से ऊपर उठ कर देश के दुश मन के बहकावे में न आय ओर अदालत के फय्सके का सम्मान करे
अप का छोटा भाई
आमिर रज़ा
रिपोर्टर
पंजाब केसरी
bahut khob........
ReplyDeletebadhiya post
ok well said
ReplyDeletewell said
ReplyDeleteMai bhi aapki bato se sahmat hu.. Faisla to ab Kal ( 30 september) ko aa raha hai.. 32 shaharo ko sanwedanshil ghosit kiya gaya hai.. Dekhte hai kya hota hai.
ReplyDelete