18.4.11

हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई, चलो भाई, अब तो खुश

हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई

हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई

क्या विशेष है इन जयंतिओं में !

वोही दकियानूसी बातें ,

सात बार , नौ त्यौहार

और कोई काम नहीं है क्या

मनाना है तो वेलेंटिन डे मनाओ ,

क्रिकेट में भारत की जीत को शैम्पेन से मनाओ ,

अमिताभ का , करीना का जन्मदिन मनाओ.

माना कि हनुमान भक्त शिरोमणि थे . भक्ति माने सेवा , सेवा शूद्र का धर्म है , यानि हनुमान से क्या सीखें.

और बताएं ये शाश्त्र ब्राह्मणों ने लिखे हैं. आपने लाभ के लिए . ये सब झूठे हैं . हिंदू धर्म साम्प्रदायिक है.

क्या करें भाई , छोर तो दें, पर कहीं से कोई ऑफर नहीं है .

ये साले क्रिश्तियन भी आदिवासिओं को ऑफर देते हैं. हमें दें तो इनका भी फायदा , हमारा भी ,

आखिर धर्म बदलने का कुछ फायदा भी तो होना चाहिए .

मुझ से पूछें ,

क्रिश्तियन बनने पर U S A का वीसा दे दें , देखो सारा भारत क्रिश्तियन ना हो जाये तो.

कितने तो बच्चों के एडमिशन के लिए इस्साई बन जाते हैं.

चलो फिर भी आप कहते हैं तो :

हनुमान जयंती की मुबारकबाद . हैप्पी हनुमान जयंती .

अब तो खुश हो . अब तो पीछा छोरो भाई .

पता नहीं कोई काम नहीं है क्या. अजी पेट भरों के चोचले हैं.

अपने ब्लॉग लिखने का , प्रचार का बहाना चाहिए .

हनुमान जी कृपा करते तो इतने बरे खेल हो गए, एक मिट्टी सप्लाई का ठेका भी नहीं मिला.

अजी इन देवताओं को सिर पर चढआ रखा है. मैं तो कहता हूँ , पीर पर चादर चर्हाओ , सब कल्याण होगा.


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