भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
26.6.11
reenakari: ये रीनाकारी पंख खोलने को बेताब है सातवे आसम...
reenakari:
ये रीनाकारी पंख खोलने को बेताब है
सातवे आसम...
: "ये रीनाकारी पंख खोलने को बेताब है सातवे आसमा के पार जाने को चाहत है कोई ऐसा स्थान नहीं दिखता जहाँ से एक ऊडान भरू और मेरे सपनो ..."
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