18.7.11





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  1. B J P : पान का बीड़ा
    रखी रकाबी में रकम, पनबट्टी के साथ |
    दिग्गी जस जो दोगला, वही लगावे हाथ ||
    राहुल की राह-गुल --
    कई देश में रात दिन, होते बम-विस्फोट |
    एक बार की चोट से, देगा क्यूँ न वोट ||
    पृथ्वी बोले
    पृथ्वी बोले मै नहीं, गोरी का ही दोष |
    मोनी-सोनी घूमते, करे व्यक्त अफ़सोस ||
    चिदंबरम उवाच !
    इकतिस महिना न हुआ, माँ मुम्बा विस्फोट |
    तीन फटे तेइस मरे, व्यर्थ निकाले खोट ||
    जनता पूछे--
    जनता पूछे देश में, कितने महिने और |
    गृह-मंत्री जी बोलिए, मिलिहै हमका ठौर |

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