B J P : पान का बीड़ा रखी रकाबी में रकम, पनबट्टी के साथ | दिग्गी जस जो दोगला, वही लगावे हाथ || राहुल की राह-गुल -- कई देश में रात दिन, होते बम-विस्फोट | एक बार की चोट से, देगा क्यूँ न वोट || पृथ्वी बोले पृथ्वी बोले मै नहीं, गोरी का ही दोष | मोनी-सोनी घूमते, करे व्यक्त अफ़सोस || चिदंबरम उवाच ! इकतिस महिना न हुआ, माँ मुम्बा विस्फोट | तीन फटे तेइस मरे, व्यर्थ निकाले खोट || जनता पूछे-- जनता पूछे देश में, कितने महिने और | गृह-मंत्री जी बोलिए, मिलिहै हमका ठौर |
B J P : पान का बीड़ा
ReplyDeleteरखी रकाबी में रकम, पनबट्टी के साथ |
दिग्गी जस जो दोगला, वही लगावे हाथ ||
राहुल की राह-गुल --
कई देश में रात दिन, होते बम-विस्फोट |
एक बार की चोट से, देगा क्यूँ न वोट ||
पृथ्वी बोले
पृथ्वी बोले मै नहीं, गोरी का ही दोष |
मोनी-सोनी घूमते, करे व्यक्त अफ़सोस ||
चिदंबरम उवाच !
इकतिस महिना न हुआ, माँ मुम्बा विस्फोट |
तीन फटे तेइस मरे, व्यर्थ निकाले खोट ||
जनता पूछे--
जनता पूछे देश में, कितने महिने और |
गृह-मंत्री जी बोलिए, मिलिहै हमका ठौर |