अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
bahut sahi kaha hai aapne shikha ji
धीरज रखें ||हमेशा ऐसा नहीं होगा ||हम जरुर सुधरेंगे ||हर-हर बम-बम बम-बम धम-धम |थम-थम, गम-गम,हम-हम, नम-नम|शठ-शम शठ-शमव्यर्थम - व्यर्थम |दम-ख़म, बम-बम, तम-कम, हर-दम |समदन सम-सम,समरथ सब हम | समदन = युद्धअनरथ कर कम चट-पट भर दम |भकभक जल यम मरदन मरहम || राहुल उवाच : कई देशों में तो, बम विस्फोट दिनचर्या में शामिल है |
अच्छी प्रस्तुति। आमीन
bahut sahi kaha hai aapne shikha ji
ReplyDeleteधीरज रखें ||
ReplyDeleteहमेशा ऐसा नहीं होगा ||
हम जरुर सुधरेंगे ||
हर-हर बम-बम
बम-बम धम-धम |
थम-थम, गम-गम,
हम-हम, नम-नम|
शठ-शम शठ-शम
व्यर्थम - व्यर्थम |
दम-ख़म, बम-बम,
तम-कम, हर-दम |
समदन सम-सम,
समरथ सब हम | समदन = युद्ध
अनरथ कर कम
चट-पट भर दम |
भकभक जल यम
मरदन मरहम ||
राहुल उवाच : कई देशों में तो, बम विस्फोट दिनचर्या में शामिल है |
अच्छी प्रस्तुति।
ReplyDeleteआमीन