4.8.11

रात में अक्सर - डॉ नूतन डिमरी गैरोला

अमृतरस ब्लॉग से


रात में अक्सर

  lonely_happy_hour_1_f3a20916b904c21588c93bdceb89f816

रात में अक्सर
मेरी खिडकी से
एक साया उतर
कमरे की हवा में
घुल जाता है|
आने लगती है
गीली माटी की गंध
और आँखे मेरी फ़ैल जाती है छत पर
जहाँ से अपलक निहारता है मुझे
मेरा वृद्ध स्वरुप|


in_an_elegant_house_f3a20916b904c21588c93bdceb89f816


रात में अक्सर
जब लोग घरों के दरवाजे बंद कर देते हैं
तब खुलता है एक द्वार
कलमबद्ध करता है
कुछ जंग खाए
कुंद दिमाग के जज्बात
और मलिन यादों के चलते
जो अक्सर रह जाते हैं शेष |


winter_flowers_f3a20916b904c21588c93bdceb89f816


रात में अक्सर
याद आता है वो सफर
जो सफर नहीं था
था एक ठहराव खुशियों का
खिलखिलाती ताज़ी कुछ हंसी
जैसे किसी काले टोटके ने रोक ली हो
और मुस्कुराता चेहरा
धूमिल हो डूब जाता है
आँखों के सागर में |


summer_waves__2_a5515a9c051b5ae694e80009199b3a9a


रात में अक्सर
जब शिथिल हो कर
गिर जाती है थकान
शांत बिस्तर में
रात उंघने लगती है तब 
पर तन्हाइयां उठ कर जगाने लगती हैं
और कानाफूसी करती है कानों में  
नीलाभ चाँद देर रात तक
खेला करता तारों से|


moonlit_western_art_southwestern_twilight_mountains_stained_glass_painting_night_moon_stars_abac0bee3549d0b476a4cae7ff83b293


द्वारा -डॉ नूतन डिमरी गैरोला
सभी चित्र नेट से … उन सभी का आभार जिनकी ये पेंटिंग / तस्वीरें हैं ..

"अमृतरस" ब्लॉग से डॉ नूतन डिमरी गैरोला

2 comments:

  1. ज़िन्दगी का यथार्थ दर्शाती शानदार अभिव्यक्ति।

    ReplyDelete