भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
3.9.11
कितनी सच्चाई कितना झूठ
* - कोई मुझे अपने साथ एक दिन एक रात रहने दे तो मैं खोल कर रख दूं कि उसकी ईमानदारी और नैतिकता में कितनी सच्चाई है और कितना झूठ ! बशर्ते वह यह न जिद करे ,अन्ना की तरह , कि जो वह कर या कह रहा है ,वही नैतिकता है , वही उचित है ।
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment