भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
6.11.11
चान्द
जो मैं सूरज की मानिंद जलता रहूंगा,
वो चान्द है, बुझेगा नहीं तब तक।
रविकुमार बाबुल
http://babulgwalior.blogspot.com/
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