अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
बकरे की माँ कब तक खैर मनायेगी ?
sab kuchh chalta hai..क्या यही लोकतंत्र है?
बकरे की माँ कब तक खैर मनायेगी ?
ReplyDeletesab kuchh chalta hai..
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