17.5.12


सांसद बनते ही जनता जनार्दन , जिसके कदम पकड़ते थे , वह भीड़ हो गयी

  

सांसदों ने कहा संसद सर्वोच्च है, भीड़ नहीं
स्रोतः प्रभासाक्षी 
स्थानः
 नई दिल्ली 
तिथिः
 13 मई 2012

धिक्कार है इसे सांसदों पर, 
मेरा बस चले तो ऐसे  सांसदों को जुटे मारते हुए जनपथ से घसीटते हुए लाना चाहिए 
सांसदों को जूते मारो , जो जनता को भीड़ कहते हैं
यही हैं हमारे सांसद जिन्ह पर लल्लू को गर्व हैं , भाई का भाई को दर्द 
अन्ना हजारे के नेतृत्व में समाज के लोगों द्वारा चलाये जा रहे अभियान की आज राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि संविधान और संसद को निशाना बनाने की किसी भी साजिश को नाकाम किया जाना चाहिए। लोकसभा में संसद की पहली बैठक की 60वीं वर्षगांठ पर लालू ने कहा कि लोकपाल के नाम पर देश और संसद को ध्वस्त करने की साजिश चल रही है। लोग सांसदों के घेराव की बात कर रहे हैं। सांसदों को चोर और डकैत कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि कानून बनाने वाली संस्था संसद है लेकिन हमारे सिर पर किसी को बैठाने की कोशिश हो रही है। ''संसद का महत्व कम करने और इसे बदनाम करने की गहरी साजिश रची जा रही है।’’ 

चोर डैकेत अपनी माँ को नहीं ......बेचते , 
सांसदों ने भारत माँ को बेच दिया ,गाय भैंसों का  चारा खा डाला . 
वो आदमी ? अन्ना को गाली दे रहा है .

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