आधुनिक आइसक्रीम का जानलेवा रसायन शास्त्र
आइसक्रीम शब्द सुनते ही सबके मुंह में
पानी आ जाता है। पल भर में विद्युत धारा की तरह एक ठंडा मीठा अहसास पूरे शरीर में
प्रवाहित हो जाता है और मन प्रसन्न हो जाता है। शादी हो या जन्म दिन का समारोह हो,
आइसक्रीम के बिना सब अधूरा ही माना जाता
है। ऐसे प्रीतिभोजों में सबसे ज्यादा भीड़ आइसक्रीम की स्टॉल्स पर ही दिखाई देती
है। आइसक्रीम विटामिन व केलशियम से भरपूर सबका पसंदीदा, शीतल और स्वास्थ्यप्रद
व्यंजन है जो ताजा दूध, मक्खन, अंडे, फलों और सूखे मेवों तैयार किया जाता है। आइसक्रीम बनाने वाले बड़े बड़े संस्थान भिन्न
भिन्न रंगों और फ्लेवर में अनेक प्रकार की आइसक्रीम बनाते हैं और लुभावनी पैकिंग
में बेचते हैं। विज्ञापनों पर खूब पैसा बहाते परंतु क्या ये लोग सचमुच ताज़ा दूध,
मक्खन, फलों, आदि से ही आइसक्रीम बनाते हैं??? कदापि नहीं। कदापि नहीं ? यथार्थ आप सुन नहीं
पायेंगे।
सभी बड़ी ब्रांड्स आइसक्रीम बनाने के लिए शरीर के लिए घातक
ट्रांसफैट युक्त हाइड्रोजिनेटेड वनस्पति घी (साधारण भाषा में कहें तो डालडा),
मक्खन रहित दूध का पाऊडर, हाई फ्रक्टोज कोर्न सिरप, कृत्रिम मिठास या एस्पार्टेम
और विषैले एडीटिव्ज जैसे कार्बोक्सीमिथाइल सेल्यूलोज, ब्यूटिरेल्डीहाइड, एमाइल
एसीटेट आदि को इस्तेमाल करते हैं। अंडे की जगह सस्ता रसायन डाईइथाइल ग्लाइकोल
प्रयोग किया जाता है, जिसका प्रमुख उपयोग रंग रोगन साफ करना हैं। आइसक्रीम का आकार
बड़ा करने और ज्यादा मुनाफा कमाने हेतु हवा भी मिला दी जाती है, हालांकि यह हवा
हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती है।
चैरी आइसक्रीम बनाने के लिए एल्डीहाइड सी-17 नामक खतरनाक विष का इस्तेमाल
किया जाता है, जो एक ज्वलनशील रसायन है और
रंग रोगन, प्लास्टिक तथा रबड़ बनाने के काम में आता है। आपकी सबसे पसंदीदा वनीला आइसक्रीम पिपरोनाल नामक जुएं मारने की दवा से तैयार होती
है।
चमड़ा और कपड़ा साफ करने का रसायन इथाइल एसीटेट आपकी
आइसक्रीम को अन्नानास का फ्लेवर देता है। इथाइल एसीटेट
हृदय, यकृत और फैफड़े के लिए बहुत हानिकारक है।
यह सब जानने के बाद भी
क्या आप विभिन्न रसायनो से तैयार हुए इस व्यंजन को आइसक्रीम कहेंगे??? इसे तो केमीकल ट्रीट, केमीकल शॉप, आइसकेम, आइसस्केम या केमीकल बम कहना ही उचित होगा।गृहणियों क्या यह
सब जानने के बाद भी आप अपने प्राणों से
प्यारे पति और बच्चों को बाजार की
आइसक्रीम खिलाना पसंद करोगी???कभी नहीं ना। क्या इसका कोई
समाधान है??? जी हां बिलकुल है और वह है कि पूरा भारत बाजार
की आइसक्रीम का पुरजोर तरीके से बहिष्कार करे। और आप ओमेगा-3 से भरपूर और बनाने
में आसान अलसी की अच्छी और स्वास्थ्यप्रद फ्लेक्सक्रीम घर पर बनाएं। देखियेगा आपके बच्चे और पतिदेव भी फ्लेक्सक्रीम बनाने
में आपकी मदद करेंगे। मेरा दावा है यह इतनी क्रीमी और स्वादिष्ट बनेगी कि आप बाहर
की आइसक्रीम हमेशा के लिए भूल जायेगे।
तो आइये फ्लेक्सक्रीम घर पर बनाइये और इस तपती गरमी में अपने बच्चों तथा पति को
स्वास्थ्यप्रद और स्वादिष्ट फ्लेक्सक्रीम से ठंडक पहुंचाइये।
Coco flaxcream
सामग्री:-
1. कंडेंस्ड मिल्क एक टिन 400 ग्राम
1. कंडेंस्ड मिल्क एक टिन 400 ग्राम
2. ताजा बारीक पिसी
अलसी 100 ग्राम
3. दूध 1 लीटर
4. अलसी के अंकुरित या
किशमिश चौथाई कप
5. बारीक कटी बादाम 25
ग्राम
6. वनीला एक छोटी चम्मच
7. चीनी स्वादानुसार
8. कोको पावडर 50
ग्राम
आइसक्रीम बनाने कीविधिः-
सबसे पहले दूध गर्म कीजिये।
थोड़े से दूध (लगभग 100-50 ग्राम) में अलसी के पावडर को अच्छी तरह मिला कर एक तरफ रख दें। फिर दूध को
धीमी-धीमी आंच पर 15-20 मिनट तक उबाल कर ठंडा होने के लिए रख
दें। ठंडा होने पर दूध, चीनी, कंडेंस्ड
मिल्क और अलसी के मिश्रण को बिजली से चलने वाले हैंड ब्लेंडर से अच्छी तरह फैंटे।
मेवे, वनीला मिला कर फ्रीजिंग ट्रे में रख कर जमने के लिए
डीप फ्रीजर में रख दें। चाहें तो आधी जमने पर फ्रीजिंग ट्रे को बाहर निकाल कर एक
बार और अच्छी तरह फैंट कर डीप फ्रीजर रख दें। अगले दिन सुबह आपकी स्वास्थ्यप्रद,
प्रिजर्वेटिव, रंगों व घातक रसायन मुक्त
आइसक्रीम तैयार है।
Mango flaxcream
सामग्रीः- 1. कडेंस्ड मिल्क एक टिन 400
ग्राम 2. ताजा बारीक पिसी अलसी 50
ग्राम 3. दूध एक लीटर 4. आम दो किलो 5. मेवे आधा कप
6. अलसी का तेल 100 ग्राम (अलसी का तेल न मिले तो बटर का प्रयोग करलें) 7. चीनी स्वादानुसार।
विधिः- पहले थोड़े से दूध में अलसी के पाउडर
को मिला कर एक ओर रख दें। फिर बचे हुए दूध को धीमी ऑच पर 15-20 मिनट तक ओंटा कर
ठंड़ा होने रख दें। आम काट कर छिलका तथा गुठली अलग करलें और आम के टुकड़े एक प्लेट में रख लें। अब सारी सामग्री बिजली से
चलने वाले हैंड ब्लैडर से अच्छी तरह फेंट लें। मिश्रण को फ्रीजिंग ट्रे में रख कर
फ्रिज में जमने के लिए रखदें। अगले दिन आम की फ्लेक्सक्रीम तैयार है।
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