2.3.14

क्यों अच्छे लगते हैं मोदी के भाषण

क्यों अच्छे लगते हैं मोदी के भाषण 

देश आज मोदी के पीछे भाग रहा है उनको सुनने के लिए घंटों पसीना बहाता है। झूठ और
भ्रम फैलाने वाले मीडिया को ठेंगा दिखा कर उनकी सभाओं में देशवासी उमड़ पड़ते हैं,इसके
पीछे कुछ कारण हैं -
1. मोदी के चेहरे पर मक्कारी नहीं झलकती है जबकि बहुत से राजनेता मक्कार लगते हैं ।
2. मोदी अपनी बात सरलता से रखते हैं जबकि अन्य दल के नेता बात को उलझा देते हैं।
3. मोदी तर्कसंगत दृष्टिकोण रखते हैं जबकि उनके विरोधी कुतर्क रचते हैं।
4. मोदी की वाणी में निर्भीकता है जबकि उनके विरोधी वोटबैंक से डरकर चापलूसी करते हैं।
5. मोदी आत्मविश्वास से लबालब भरे रहते हैं जबकि अन्य दल के नेता खींसे निपोरते हैं।
6. मोदी के भाषणो में देश प्रेम हिलोरें लेता है जबकि विरोधी नेता जातिगत प्रेम दिखाते हैं।
7. मोदी स्पष्टवक्ता हैं जबकि उनके विरोधी नेता सत्य को जबान पर लाने कि हिम्मत भी
नहीं करते हैं।
8. मोदी जनभावना के अनुकूल बोलते हैं जबकि अन्य नेता जमीन से जुड़े नहीं होने के
कारण जन भावना को समझ ही नहीं पाते हैं या फिर अनुभवहीनता दिखाते हैं।
9. मोदी में छिछोरापन नहीं ,गम्भीरता है जबकि दूसरे नेता फिजूल के आरोप लगा कर
भाषण पूरा करते हैं।
10. मोदी समस्या पर करारी चोट करते हैं जबकि अन्य दल के लोग समस्या को पकड़ना
ही नहीं चाहते या फिर उसका पोषण करते हैं।
11. मोदी ने जो किया उसका हवाला देते हैं जबकि अन्य दल अपनी सफलता मोदी की
कमियाँ क्या है उसका ब्यौरा देने में देखते हैं।
12. मोदी श्रोता को खुद की लय से जोड़ते हैं जबकि अन्य नेता खुद ही प्रश्न करते हैं और
खुद ही उत्तर देते हैं।
13. मोदी के व्यंग चुटीले,तीखे और धारदार होते हैं जबकि अन्य नेता व्यंग को बोलने का
अंदाज मातम फैलाने जैसा कर देते हैं।
14. मोदी के नारे सार्थक और व्यापक अर्थ रखते हैं जबकि विरोधी दल के नारे खुद की 
जय जयकार पर आधारित होते हैं।
15. मोदी की बॉडी लेंग्वेज  सकारात्मक है जबकि अन्य नेताओं के हावभाव कोसने
वाले होते हैं।
16. मोदी जब व्यंग से मेडम और शहजादा कहते हैं तो ये सुंदर अलंकरण वाले शब्द भी
विरोधीओं की हवा निकल देते हैं जबकि विरोधी उन पर व्यंग्य में सिर्फ गाली या अपशब्द
ही कह अपनी खीज निकालते हैं।
17. मोदी सपने दिखाना और उनको साकार कर सकने का भरोसा जनता को दिलाते हैं
जबकि अन्य नेता जनता को नगद,सुविधा या पूरा ना किया जा सकने वाले वादे का
जाल फेंकते हैं।
18. मोदी हमेशा सहज ,बेफ़िक्र और जुजारु नजर आते हैं जबकि अन्य नेता  …
19. मोदी की व्यवस्था और सभा प्रबंधन मजबूत और आधुनिक होता है जबकि  …
20. मोदी शेर की तरह दहाड़ता है जबकि बाकी विरोधी  ....  
               

No comments:

Post a Comment